उत्तराखंड। अग्रणी डिजिटल भुगतान ब्रांड पेटीएम का स्वामित्व रखने वाली वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड (ओसीएल) ने बुधवार को केदारनाथ मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को पेटीएम क्यूआर कोड को स्कैन करके पेटीएम यूपीआई या वॉलेट का उपयोग कर दान करने में सक्षम बनाया। पूरे भारत के भक्त पेटीएम सुपर ऐप के माध्यम से अपने घर बैठे उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित पवित्र मंदिर में दान कर सकते हैं।
पेटीएम प्रवक्ता ने कहा, भारत में क्यूआर और मोबाइल भुगतान के अग्रणी के रूप में हमने केदारनाथ मंदिर के दरवाजे पर डिजिटल दान को सक्षम किया है, जहां श्रद्धालु मंदिर में पेटीएम क्यूआर कोड को स्कैन कर सकते हैं और पेटीएम यूपीआई, पेटीएम वॉलेट और अन्य के माध्यम से भुगतान कर सकते हैं। प्रवक्ता ने कहा, हम देश के कोने-कोने में अपने अभिनव मोबाइल भुगतान समाधान लेकर वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
केदारनाथ मंदिर चार धाम यात्रा का सबसे दूरस्थ तीर्थ स्थान है और मंगलवार को इसके कपाट भक्तों के लिए फिर से खोल दिए गए। मंदिर में आने वाले भक्त पेटीएम क्यूआर कोड को आसानी से स्कैन कर सकते हैं और पेटीएम वॉलेट, पेटीएम यूपीआई लाइट, पेटीएम पोस्टपेड और अन्य भुगतान विधियों के अलावा पेटीएम यूपीआई के माध्यम से भुगतान कर सकते हैं। पेटीएम भारत का भुगतान सुपर ऐप है जो उपभोक्ताओं और व्यापारियों को सबसे व्यापक भुगतान सेवाएं प्रदान करता है। भारत में मोबाइल क्यूआर भुगतान क्रांति के अग्रणी, पेटीएम का मिशन प्रौद्योगिकी-आधारित वित्तीय सेवाओं के माध्यम से आधे अरब भारतीयों को मुख्यधारा की अर्थव्यवस्था में लाना है।