पतंजलि योगपीठ ने की IMA से नोटिस मिलने की पुष्टि, आचार्य बालकृष्ण बोले- 'देंगे करारा जवाब'
पतंजलि योगपीठ ने की IMA से नोटिस मिलने की पुष्टि
नई दिल्ली: पतंजलि योगपीठ और इंडियन मेडिकल असोसिएशन (आईएमए) के बीच विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है। आईएमए की ओर से भेजे गए मानहानि के नोटिस पर पतंजलि ने करारा जवाब देने की बात कही है। योगपीठ ने कहा है कि वह कानूनी तरीके से आईएमए की नोटिस का 'करारा जवाब' देगी। एक ई-मेल के जवाब में पतंजलि योगपीठ के महासचिव आचार्य बालकृष्ण ने इसकी पुष्टि की।
कुछ आसान सवालों के जवाब देकर जीतिए बड़ा इनाम
बालकृष्ण ने कहा, 'हम उन्हें उसी कानूनी रूप से करारा जवाब देंगे, जैसा कि हम अपनी महान मातृभूमि और मानवता की सेवा करते हुए जिस तरह से सब कुछ करते हैं।' हरिद्वार स्थित पतंजलि योगपीठ ने यह भी कहा कि पतंजलि सारी गतिविधियां वैज्ञानिक और सत्यता को ध्यान में रखकर करता है और वह किसी को भी ऋषियों और शास्त्रों के महान ज्ञान और विज्ञान की उपेक्षा, अनादर और अपमान नहीं करने दे सकता।
IMA ने भेजा था मानहानि का नोटिस
आईएमए ने बुधवार को एलोपैथी और एलोपैथी पद्धति के डॉक्टरों के कथित अपमान वाली टिप्पणी के लिए रामदेव को 6 पन्ने का मानहानि नोटिस भेजकर 15 दिन के अंदर उनसे माफी मांगने को कहा था। ऐसा नहीं करने पर असोसिएशन ने योग गुरु से हर्जाने के तौर पर 1,000 करोड़ रुपये मांगने की बात कही थी। आईएमए (उत्तराखंड) के सचिव अजय खन्ना द्वारा अपने वकील नीरज पांडे की ओर से भेजे गए नोटिस में रामदेव की टिप्पणी को लेकर उन पर एलोपैथी और इसके डॉक्टरों की साख को खराब करने का आरोप लगाया गया।
आईएमए ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी एक पत्र लिखकर टीकाकरण और कोविड-19 के उपचार के लिए सरकारी प्रोटोकॉल को चुनौती देने पर योग गुरु के खिलाफ राजद्रोह के आरोपों के तहत तत्काल मामला दर्ज करने का अनुरोध किया है।