Ajmer: अजमेर। अजमेर के पुलिस लाइन डिस्पेंसरी की महिला डॉक्टर ने पार्षद पर राजकार्य official work on councilor में बाधा पहुंचाने, दबाव बनाने सहित कई आरोप लगाए है। मामले में सिविल लाइन थाना पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। डॉ. शालिनी ने सिविल लाइन थाने में शिकायत देकर, वार्ड नंबर 62 के पार्षद नरेंद्र तुनवाल पर डिस्पेंसरी में मरीजों के इलाज में बाधा पहुंचाने का आरोप लगाया है।
इसके अलावा उन्होंने , जबकि नरेंद्र तुनवाल के क्षेत्राधिकार में वार्ड 62 की डिस्पेंसरी नहीं आती। पार्षद नरेंद्र तुनवाल ने ऑफिस समय में मरीजों को देखने के समय में उपद्रव फैलाया और टेबल पर रखी मरीजों की पर्चियां को अस्त-व्यस्त किया। बिना अनुमति के अंदर आकर राजकार्य में बाधा पहुंचाई और मरीजों के बीच मान-सम्मान को ठेस पहुंचाई। मीडिया को साथ में लाकर दबाव भी बनाया
अजमेर के पुलिस लाइन डिस्पेंसरी की महिला डॉक्टर ने पार्षद पर राजकार्य में बाधा पहुंचाने, दबाव बनाने सहित कईं आरोप लगाए है। सिविल लाइन थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पंचशील माकडवाली रोड अजमेर निवासी डॉ. शालिनी (44) पत्नी अवनीश शर्मा ने सिविल लाइन थाने में शिकायत देकर बताया- वह वर्तमान में पुलिस लाइन डिस्पेंसरी में डॉक्टर के पद पर कार्यरत है।
1 जून 2024 को सुबह 10.30 से 11 बजे के बीच वार्ड नंबर 62 के पार्षद नरेंद्र तुनवाल डिस्पेंसरी में उपस्थित हुआ और मरीजों के इलाज में बाधा पहुंचाई। मीडिया को साथ में लाकर दबाव भी बनाया जबकि नरेंद्र तुनवाल के क्षेत्राधिकार में वार्ड 62 की डिस्पेंसरी नहीं आती। पार्षद नरेंद्र तुनवाल ने ऑफिस समय में मरीजों को देखने के समय में उपद्रव फैलाकर और टेबल पर रखी मरीजों की पर्चियां को अस्त-व्यस्त किया। बिना अनुमति के अंदर आकर राजकार्य में बाधा पहुंचाई और मरीजों के बीच मान-सम्मान को ठेस पहुंचाई। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच एएसआई कृष्ण कुमार को सौंपी है।