पप्पू यादव की पत्नी रंजीता लाइव शो में रो पड़ीं, कहा - कुछ हुआ तो छोड़ूंगी नहीं
पप्पू यादव की गिरफ़्तारी पर एक लाइव शो के दौरान ही उनकी पत्नी और पूर्व सांसद रंजीता रंजन रोने लगीं।
कोरोना महामारी के बीच जन अधिकार पार्टी के नेता और बिहार से चार बार सांसद रहे राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव की गिरफ्तारी पर मचा बवाल थम नहीं रहा है। पप्पू यादव की गिरफ़्तारी पर एक लाइव शो के दौरान ही उनकी पत्नी और पूर्व सांसद रंजीता रंजन रोने लगीं। रोते हुए रंजीता रंजन ने कहा कि अगर उनके पति पप्पू यादव को कुछ हुआ तो वो छोड़ेगी नहीं।
न्यूज 24 पर चैनल पर एंकर मानक गुप्ता से बातचीत करते हुए पूर्व सांसद रंजीता रंजन ने कहा कि पप्पू यादव को जानबूझ कर परेशान किया जा रहा है और यह मानवता के खिलाफ है। साथ ही रंजीता रंजन ने कहा कि अगर उन्हें कुछ हुआ तो वे किसी को नहीं छोड़ेगी। मानक गुप्ता से बात करने के दौरान रंजीता रंजन भावुक हो गईं। रंजीता रंजन ने कहा कि आज जो उनके पति के साथ हो रहा है वह मानवाधिकारों का उल्लंघन है।
इस दौरान रंजीता रंजन छपरा से भाजपा सांसद राजीव प्रताप रुडी पर भी खूब भड़कीं। रंजीता रंजन ने कहा कि हम लोग गंदी राजनीति नहीं करते हैं। राजीव प्रताप रूडी की राजनीतिक जमीन कुछ भी नहीं है, बस वो लॉबिंग का खेल खेलते हैं और उनकी लॉबी काफी मजबूत है। आगे रंजीता रंजन ने कहा कि मैं रूडी जी से आग्रह करती हूं कि कम से कम वो अपने क्षेत्र के अस्पतालों का निरीक्षण तो करें। अगर उन्हें दिल्ली से हवाई मार्ग से अपने क्षेत्र आने में डर लगता है तो कम से कम सड़क के द्वारा ही आ जाएं।
बता दें कि पिछले दिनों भी पूर्व सांसद रंजीता रंजन ने अपने पति पप्पू यादव की गिरफ़्तारी को लेकर नीतीश कुमार पर हमला बोला था। रंजीता रंजन ने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा था कि नीतीश जी पप्पू जी कोरोना निगेटिव हैं, अगर वह पॉजिटिव हुए तो आपको, इस साजिश में शामिल चार लोगों एवं एम्बुलेंस चोरों को CM आवास से निकाल बीच चौराहे पर नहीं खड़ा किया तो मेरा नाम रंजीत रंजन नहीं। आपके प्रशासन ने पटना से मधेपुरा फिर वहां से वीरपुर तक पप्पू यादव जी के साथ जो ड्रामा किया है, वह देख रहे हैं।
बीते मंगलवार को पप्पू यादव को कथित रूप से लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। लेकिन बाद में पुलिस ने उनको मधेपुरा के मुरलीगंज थाना कांड संख्या 9/89 के 32 साल पुराने मुकदमे में जेल भेज दिया था। पूर्व सांसद पप्पू यादव ने कोरोना संकट के बीच धूल फांक रहीं एंबुलेंस को लेकर मुद्दा बनाते हुए भाजपा को घेरा था। पप्पू यादव की गिरफ्तारी पर नीतीश सरकार के अपने सहयोगियों ने भी उनकी आलोचना की थी।