लखनऊ (आईएएनएस)| उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 (जीआईएस-2023) में लगने वाले विभिन्न पंडालों के नाम भारत के प्रमुख संतों के नाम पर रखने का फैसला किया है। जीआईएस-2023 का आयोजन वृंदावन योजना लखनऊ में 10 से 12 फरवरी तक होना है।
पहले दिन कार्यक्रम का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे, जिसके बाद चार पंडालों में विभिन्न विभागों द्वारा विचार-विमर्श किया जाएगा।
सरकारी प्रवक्ता के अनुसार सभी प्रदर्शनी हॉल का नामकरण प्रमुख नदियों के नाम पर किया जा चुका है।
योगी आदित्यनाथ ने जीआईएस-23 के मुख्य पंडाल का नाम महर्षि वाल्मीकि रखा है। दूसरे, तीसरे, चौथे और पांचवें पंडालों के नाम महर्षि व्यास, दधीचि, भारद्वाज और महर्षि वशिष्ठ के नाम पर रखे गए हैं।
10 फरवरी को महर्षि व्यास पंडाल में उत्तर प्रदेश कैसे डिजाइनिंग और मैन्युफैक्च रिंग के क्षेत्र में विश्व में पंख फैला रहा है, इस पर चर्चा होगी।
महर्षि दधीचि पंडाल में 'व्हाइट गुड्स मैन्युफैक्च रिंग का पावर हाउस' पर चर्चा होगी।
महर्षि वशिष्ठ हॉल में अक्षय ऊर्जा पर बात होगी।
खाद्य प्रसंस्करण, ओडीओपी (एक जिला एक उत्पाद), डिफेंस कॉरिडोर और एनआरआई अवार्ड और सांस्कृतिक कार्यक्रमों पर सत्र होंगे।