पाकिस्तानी सेना ने सीजफायर का किया उल्लंघन, आज सुबह सीमा पर फिर की गोलीबारी

पाकिस्तान सेना ने आज सुबह जम्मू कश्मीर के सांबा जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर बीएसएफ (BSF) के जवानों पर फिर गोलीबारी की

Update: 2021-05-03 07:17 GMT

पाकिस्तान सेना ने आज सुबह जम्मू कश्मीर के सांबा जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर बीएसएफ (BSF) के जवानों पर फिर गोलीबारी की. ये हमला सांबा जिले के रामगढ़ सेक्टर में किया गया. वहीं भारत की सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने भी बड़े पैमाने पर जवाबी कार्रवाई की. बताया जा रहा है कि गोलीबारी में भारतीय जवानों को कोई नुकसान नहीं हुआ है.

इससे पहले 25 फरवरी को भारत और पाकिस्तान ने एक संयुक्त बयान जारी करते हुए संघर्ष विराम की घोषणा की थी. जिसके बाद उनके डायरेक्टर्स जनरल ऑफ़ मिलिट्री ऑपरेशन्स के बीच बातचीत हुई थी लेकिन आज एक बार फिर पाकिस्तान ने सीज़फायर का उल्लंघन कर सांबा के रामगढ़ सेक्टर में हमला किया.
सीजफायर के समझौते के लिए जताई थी सहमति
भारतीय सेना के लेफ्टिनेंट जनरल परमजीत सिंह ने हॉटलाइन के जरिए उनके पाकिस्तानी समकक्ष से बातचीत की थी. इस दौरान दोनों ने सीजफायर उल्लंघन, युद्धविराम, कश्मीर मुद्दे समेत कई समझौतों पर चर्चा की. इसके अलावा दोनों ने नियंत्रण रेखा (LoC) के हालात को लेकर भी समीक्षा की. संयुक्त बयान में भारत और पाकिस्तान ने कहा था कि दोनों देश आपसी समझौतों, और संघर्ष विराम का सख्ती से पालन करने के लिए राजी हैं. साथ ही नियंत्रण रेखा (LoC) के सभी क्षेत्रों में इसका पालन 25 फरवरी की रात से शुरू हो गया था.
जम्मू कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी ने भारत और पाकिस्तान की सेनाओं के बीच एलओसी व अन्य क्षेत्रों में संघर्ष विराम समझौते का स्वागत किया था. नेशनल कॉन्फ्रेंस ने एक बयान में कहा, 'हम इसका स्वागत करते हैं और आशा है कि बयान का पालन होगा. नेशनल कॉन्फ्रेंस ने एलओसी पर संघर्षविराम का हमेशा से जोरदार समर्थन किया है. इससे एलओसी और अंतरराष्ट्रीय सीमा के आसपास रह रहे लोग बिना किसी खतरे के सामान्य जीवन गुजार सकेंगे.'
तीन साल में संघर्ष विराम उल्लंघन की इतनी घटनाएं
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने हाल ही में कहा था कि लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया था कि पिछले तीन साल में पाकिस्तान के साथ लगती भारत की सीमा पर संघर्ष विराम समझौते के उल्लंघन की कुल 10,752 घटनाएं हुईं, जिनमें 72 सुरक्षा कर्मियों और 70 आम लोगों की जान गई. 2018, 2019 और 2020 में जम्मू-कश्मीर में अंतरराष्ट्रीय सीमा व एलओसी के पास सीमा पार गोलीबारी में 364 सुरक्षाकर्मी और 341 आम नागरिक घायल हुए.


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