राफेल की गरज से कांपा पाकिस्तान, वायुसेना में शामिल करेगा JF-17 लड़ाकू विमान, चीन की मदद

जानिए कितना ताकतवर?

Update: 2022-02-10 06:13 GMT

नई दिल्ली: पाकिस्तान के JF-17 Thunder फाइटर जेट की तुलना के लायक राफेल नहीं है. क्योंकि इस फाइटर जेट को हमारे यहां विकसित स्वदेशी हल्का लड़ाकू फाइटर जेट तेजस (LCA Tejas) ही टक्कर दे सकता है. लेकिन राफेल (Rafale) से तुलना इसलिए जरूरी है क्योंकि इसे चीन और पाकिस्तान ने राफेल के भारत आने के बाद एकदूसरे से डील किया है. 

पाकिस्तानी एयर फोर्स के प्रवक्ता ने अंतरराष्ट्रीय मीडिया को बताया है कि नेक्स्ट जेनरेशन JF-17 Thunder Block 3 को चीन ने हमारे साथ मिलकर बनाया है. इसे 23 मार्च को पाकिस्तान की मिलिट्री परेड में शामिल किया जाएगा. चीन ने इस फाइटर जेट के टैक्सी टेस्ट और फ्लाइट टेस्ट पूरे कर लिए हैं. पहला बैच मार्च के अंत तक पाकिस्तान को मिल जाएगा. 
JF-17 Thunder Block 3 एक अत्याधुनिक, हल्के वजन का, हर मौसम में उड़ान भरने वाला मल्टी-रोल फाइटर एयरक्राफ्ट है. यह हवा से हवा में और हवा से जमीन पर लड़ाई करने के लिए बनाया गया है. इसे पाकिस्तान एयरोनॉटिकल कॉम्प्लेक्स (PAC) और चेंगदू एयरक्राफ्ट इंडस्ट्री कॉर्पोरेशन (CAC) चीन ने मिलकर बनाया है. आइए आपको बताते हैं कि Rafale और JF-17 Thunder Block 3 में क्या खास है...
राफेल (Rafale) की रेंज कॉम्बैट रेडियस 3800 KM है. कॉम्बैट रेंज 1850 किलोमीटर है. जबकि JF-17 Thunder Block 3 की रेंज 3500 से 3840 किलोमीटर है. लेकिन कॉम्बैट रेंज 1500 से 1800 किलोमीटर है. यहां पर राफेल की क्षमता ज्यादा है. अपने बेस स्टेशन से जितनी दूर विमान जाकर सफलतापूर्वक हमला कर लौट सकता है, उसे कॉम्बैट रेडियस कहते हैं. राफेल हवा में 304.8 मीटर प्रति सेकेंड की गति से ऊपर जाता है. जबकि JF-17 Thunder Block 3 की रेट ऑफ क्लाइंब 300 मीटर प्रति सेकेंड है.
राफेल में तीन तरह की मिसाइलें लगेंगी. हवा से हवा में मार करने वाली मीटियोर मिसाइल. हवा से जमीन में मार करने वाल स्कैल्प मिसाइल. तीसरी है हैमर मिसाइल. राफेल में लगी मीटियोर मिसाइल 150 किलोमीटर, स्कैल्प मिसाइल 300 किलोमीटर तक मार कर सकती है. जबकि, हैमर का उपयोग कम दूरी के लिए किया जाता है. ये मिसाइल आसमान से जमीन पर वार करने के लिए कारगर साबित होती है. जबकि, चीन के JF-17 जेट में 6 तरीके की हवा से हवा में मार करने वाली, 5 तरीके की हवा से जमीन पर मान करने वाली मिसाइल और 5 तरीके की एंटी-शिप मिसाइल लगाई जा सकती है. या फिर इन तीनों का कॉम्बिनेशन बनाया जा सकता है.
भारतीय राफेल की गति 2450 किलोमीटर प्रतिघंटा है. यानी ध्वनि की गति से दोगुनी स्पीड. जबकि, पाकिस्तान के JF-17 थंडर फाइटर जेट की स्पीड 2450 से 2469 किलोमीटर प्रति घंटा बताई जा रही है. राफेल ओमनी रोल लड़ाकू विमान है. यह पहाड़ों पर कम जगह में उतर सकता है. इसे समुद्र में चलते हुए युद्धपोत पर उतार सकते हैं. राफेल चारों तरफ निगरानी रखने में सक्षम है. जबकि, पाकिस्तानी जेट मल्टीरोल फाइटर जेट है. यह इन सुविधाओं में कितना ताकतवर है, इसके बारे में किसी तरह की जानकारी पाकिस्तान या चीन की तरफ से साझा नहीं की गई है. 
भारतीय Rafale में 1x30 मिमी की GIAT30/M791 ऑटोकैनन तोप लगी है, जो 125 राउंड की मैगजीन के साथ आती है. यह 2500 राउंड प्रति मिनट की दर से फायरिंग कर सकती है. जबकि JF-17 में 1x23 मिमी की GSg-23-3 मल्टी बैरल गन लगी है. जो प्रति मिनट 1700 राउंड प्रति मिनट की दर से फायरिंग करता है. 
अब अगर हम बात करें कि किस फाइटर जेट में हथियारों को मिश्रण की तो पाकिस्तान के पास JF-17 में हथियारों का बेहतर उपयोग करने की क्षमता है लेकिन उसके पास इतनी वैराइटी की मिसाइलें या बम नहीं हैं. वह भले ही 5-6 मिसाइलों का मिश्रण बना ले लेकिन Rafale में लगने वाली हवा से हवा में मार करने वाली MBDA MICA EM और IR, MBDA Meteor, Magic आसमान सुरक्षित कर देंगी. हवा से जमीन में मार करने वाली मिसाइलें राफेल की ज्यादा ताकतवर हैं. ये हैं- MBDA Apache, MBDA Storm Shadow/Scalp-EG, AASM-Hammer, GBU-12 Paveway Series, AS-30L, Mark 82. 
भारतीय राफेल में इसके अलावा दो बेहद खास हथियार लगाए जा सकते हैं. ये हैं MBDA AM 39-Exocet हवा से शिप पर लॉन्च होने वाली मिसाइल. दूसरी परमाणु मिसाइल ASMP-A. यानी पाकिस्तानी JF-17 Thunder Block 3 फाइटर जेट को चुटकियों में नेस्तानाबूत करने की क्षमता और ताकत रखता है हमारा राफेल. इसके अलावा सबस बड़ी बात ये हैं कि फाइटर जेट को उड़ाने वाला पायलट कैसा है. अगर पायलट सही है तो वह किसी भी छोटे विमान से बड़े को मारकर गिरा सकता है. जैसे विंग कमांडर अभिनंदन ने पाकिस्तान के F-16 को मार गिराया था. 
Rafale की लंबाई 50 फीट, विंगस्पैन 17.3 फीट और ऊंचाई 35.4 फीट है. जबकि पाकिस्तानी JF-17 की लंबाई 49 फीट, विंगस्पैन 15.5 फीट और ऊंचाई 31 फीट है. खास बात ये है कि राफेल सेमी-स्टेल्थ फाइटर जेट (Semi-Stealth Fighter Jet) है, जबकि JF-17 ऐसा नहीं है. राफेल करीब 52 हजार फीट की ऊंचाई तक उड़ान भर सकता है. जबकि, JF-17 सर्विस सीलिंग क्षमता 55 हजार फीट है. यानी वो राफेल से ज्यादा ऊंचाई तक जा सकता है. 
राफेल में हार्ड प्वाइंट्स यानी हथियारों को लगाने के प्वाइंटस 14 हैं. यानी भारत के पास मिसाइलों और बमों का मिश्रण बनाने की क्षमता ज्यादा है. जबकि JF-17 में यह सिर्फ 11 हैं, यानी पाकिस्तान भले ही ढेर सारे मिसाइल और बमों को इस विमान के साथ जोड़कर दिखा ले, लेकिन मिश्रण तो वह भारत से ज्यादा नहीं बना पाएगा. कुल मिलाकर ये हैं कि चीन भले ही पाकिस्तान को अत्याधुनिक JF-17 फाइटर जेट दे रहा हो लेकिन वह भारत के Rafale से रेट ऑफ क्लाइंब, स्पीड, तोप, परमाणु मिसाइल और ज्यादा हथियार की क्षमता के मामले में कमजोर है. 

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