कश्मीरी युवाओं को कट्टरपंथी बनाने के लिए पाकिस्तान सोशल मीडिया और नशीले पदार्थों का प्रयोग कर रहा है। सेना के एक अधिकारी ने कहा, सेना ने शत्रुतापूर्ण तत्वों के इस दुष्प्रचार का मुकाबला करने के लिए कई जन-हितैषी पहल शुरू की हैं।
सेना की 15वीं कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल एडीएस औजला ने कहा कि नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पार से नशीले पदार्थों को धकेलने का प्रयास चिंता का विषय है क्योंकि यह कश्मीर की भावी पीढ़ी को नष्ट कर रहा है। सोशल मीडिया इसमें (कट्टरपंथ) बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और यही वह माध्यम है जहां विरोधी बहुत ज्यादा ध्यान लगा रहे हैं। यहां फर्जी कथाएं गढ़ी जाती हैं। जो लोग थोड़ा कमजोर पड़ते हैं वह इस दुष्चक्र में फंस जाते हैं।