ओजोला घास से दूर होगी चारे की समस्या

Update: 2024-10-15 11:21 GMT
Hamirpur. हमीरपुर। हमीरपुर जिला के किसानों को पशुओं के आहार के लिए अब और परेशान नहीं होना पड़ेगा। खासकर गर्मियों के मौसम में। पशुपालक पानी के ऊपर भी वर्ष भर अजोला घास उगा सकते हैं। ओजोला घास पशुपालकों के लिए एक बेहतरीन प्रोटीन फीड का विकल्प है। इस घास को किसान बड़ी आसानी से वर्ष भर पैदा कर सकते हैं। अजोला घास एक पानी में उगने वाली फर्न है, जिसमें 30 फीसदी प्रोटीन तथा जरूरी सूक्ष्म पोषक तत्व पाए जाते हैं, जोकि दुधारू पशुओं की खुराक में काफी महत्वपूर्ण रहते हैं। पशुओं की खुराक के लिए ओजोला का उपयोग तीन किलो ग्राम पशु आहार के साथ एक किलो ग्राम ओजोला घास मिलकर खिलाने का अनुमोदन है। इस विधि का प्रयोग कर पशु आहार में होने वाले खर्च को 15 फीसदी तक कम किया
जा सकता है।

किसानों को अजोला घास उगाने की विधि का प्रदर्शन तथा जागरूकता हेतू कृषि विज्ञान केंद्र हमीरपुर में ‘मानव एजुकेशनल एंड हेल्थ रिसर्च संस्था’ के अध्यक्ष जेपी वर्मा के द्वारा कार्यक्रम समन्वयक डा. विशाल डोगरा तथा फार्म इंचार्ज डा. नवनीत जरियाल की देख-रेख में एक ओजोला प्रदर्शन इकाई स्थापित की गई। कृषि विज्ञान केंद्र हमीरपुर में ओजोला घास के उत्पादन की विभिन्न विधियां अभी प्रदर्शित की जा रही हैं, जिनमें टेट्रा बेड का इस्तेमाल तथा कम लागत की इकाइयां प्रदर्शित की गई हैं। पशुपालन व्यवसाय में पोषक खुराक एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। हिमाचल जैसे पहाड़ी क्षेत्रों में पशुओं की फीड के बढ़ते मूल्य तथा समय से इनकी उपलब्धता की समस्याएं बनी रहती हैं। ऐसे में ओजोला घास पशुपालकों के लिए एक बेहतरीन प्रोटीन फीड का विकल्प रहता है। डा. विशाल डोगरा ने आशा जताई है कि इन इकाइयों के प्रदर्शन के माध्यम से किसान इस नव विचार के लिए जागरूक होंगें। अधिक जानकारी के लिए इच्छुक किसान अपने स्थानीय कृषि विज्ञान केंद्र में संपर्क कर सकते हैं।
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