यूक्रेन में हमारा तिरंगा बना सुरक्षा कवच! Pakistan के लोगों ने ली तिरंगे की शरण, भारतीय छात्र का ये वीडियो जरूर देखें

Update: 2022-03-02 05:57 GMT

नई दिल्ली: रूस के यूक्रेन पर हमले (Russia Ukraine war) के बाद वहां रह रहे विदेशी लोगों के लिए सुरक्षित निकलना बहुत बड़ी चुनौती बन गई है. कई देशों के नागरिक वहां फंसे हुए हैं जिसमें भारतीय नागरिक (Indians students) भी शामिल हैं. साथ ही बड़ी संख्या में पाकिस्तान और अन्य देशों के नागरिक भी वहां फंसे हुए हैं और किसी तरह सुरक्षित जान बचाकर निकलने की कोशिश में हैं. भारत सरकार अपने लोगों को निकालने के लिए 'ऑपरेशन गंगा' (Operation Ganga) चला रही है. यूक्रेन में तिरंगा के सहारे भारतीय नागरिक आसानी से दूसरे देशों में जा रहे हैं. खास बात यह है कि पाकिस्तान (Pakistan) के लोग जो भारत के खिलाफ जहर उगलते हैं वो भी वहां से निकलने के लिए अपने झंडे की जगह तिरंगा का सहारा ले रहे हैं और खुद को भारतीय बताकर वहां से निकल रहे हैं.

यूक्रेन से सुरक्षित स्वदेश लौटे लोगों ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए बताया कि तिरंगे के सहारे वे यूक्रेन में सुरक्षित थे. दूसरे देशों के लोग भी तिरंगा लेकर सुरक्षित निकलने की कोशिश कर रहे थे. एक छात्र ने बताया कि वहां पर आर्मी के लोगों से हमारी बात हुई थी तो उन्होंने बताया कि आप अगर इंडियन हो तो आपको डरने की जरुरत नहीं क्योंकि भारत और रूस का सब एक चीज है. आपसी दोस्ती है.
रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट से लौटे छात्र ने बताया, इसके बाद हमने फटाफट तिरंगे की व्यवस्था की. जैसे ही हमारी बस आई तो हम लोगों ने बस के सामने दो तिरंगे को लगा दिया. ताकि हमें आसानी से जाने को मिल जाए. और हमारी यह योजना काम कर गई क्योंकि उन्हें लगा कि ये भारतीय छात्र हैं तो उन्होंने हमें जाने दे दिया.
एक अन्य छात्र ने बताया कि तिरंगे की व्यवस्था मैंने की थी. मैं भागकर बाजार से कलर स्प्रे लेकर आया. मैंने 6 कलर स्प्रे खरीदे. फिर मैं दूसरी दुकान पर गया और पर्दा लेकर आया और उसे काटा. फिर स्प्रे से तिरंगा बनाया. मेरे पास इसके वीडियो भी हैं. फिर जब घर से निकले तो राष्ट्रगान गाया और फिर निकल आए.


पाकिस्तान और तुर्की के कुछ छात्रों ने भी तिरंगा को पकड़कर वहां से निकलने की कोशिश की. उन छात्रों को वहां से निकलने में मदद मिल रही थी. इससे पहले केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि आज हमारे तिरंगे की ताकत देखिए, पूरी दुनिया हमारे तिरंगे की ताकत देख रहा है. यूक्रेन में पाकिस्‍तान के छात्रों को आज हमारा झंडा उठाना पड़ रहा है. उन्‍होंने कहा कि पाकिस्‍तान ने अपने देश के लोगों को मरने के लिए छोड़ दिया. अब नतीजा यह है कि पाकिस्‍तान के बच्‍चों ने खुद को बचाने के लिए यूक्रेन में तिरंगा उठाकर खड़े हैं.
इससे पहले 'ऑपरेशन गंगा' के तहत नौवीं उड़ान यूक्रेन में फंसे 218 भारतीयों को रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट से लेकर मंगलवार देर रात नई दिल्ली पहुंची. यह उड़ान यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद पूर्वी यूरोपीय देश में फंसे भारतीयों को वापस लाने के भारत सरकार के अभियान का हिस्सा है.
रूस के साथ युद्ध के कारण यूक्रेन ने अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया है, ऐसे में भारत अपने नागरिकों को भू -मार्ग से यूक्रेन के पड़ोसी देशों रोमानिया, हंगरी, पोलैंड और स्लोवाकिया लाकर वहां से विमान के जरिए स्वदेश ला रहा है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मंगलवार को इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर भारतीय नागरिकों का स्वागत किया और उन्हें भरोसा दिलाया कि भारत सरकार यूक्रेन से हर भारतीय की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए काम कर रही है.
उन्होंने कहा, 'भारत सरकार यूक्रेन से सभी छात्रों को सुरक्षित वापस लाने के सभी प्रयास कर रही है. मैं उनसे यूक्रेन में अपने मित्रों से यह कहने की अपील करता हूं कि वे हिम्मत और संयम बनाए रखें.' इससे पहले, बुखारेस्ट से एक अन्य विमान 182 भारतीयों को लेकर मुंबई पहुंचा था. मंत्री ने कहा कि इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर रेल सुविधा काउंटर बनाए गए हैं.
उन्होंने कहा, 'विमान से उतरने के बाद आपकी घर वापसी के लिए रेलवे सुविधा काउंटर बनाए गए हैं.' आधिकारिक अनुमान के अनुसार, यूक्रेन के विश्वविद्यालयों में करीब 18,000 भारतीय छात्र पढ़ रहे हैं.
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