ऑरेंज अलर्ट: मौसम विभाग ने दी ये जानकारी

Update: 2022-08-12 03:33 GMT

न्यूज़ क्रेडिट: हिंदुस्तान

भोपाल: मध्य प्रदेश में मानसून पूरी तरह से ऐक्टिव है और बीते कुछ दिनों से लगातार बारिश हो रही है। सूबे के कई जिलों में नदी और नालें उफान पर हैं। बुधवार को अनेक स्थानों पर झमाझम बारिश ने शहरों को तरबतर कर दिया। रतलाम में सर्वाधिक 125 मिमी (पांच इंच) बारिश रिकार्ड की गयी। वहीं, भोपाल में बुधवार से जारी बारिश का क्रम गुरुवार को भी चलता रहा। इस बीच आने वाले वक्त को लेकर मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है।

मौसम विभाग ने 26 जिलों में मूसलाधार बारिश की चेतावनी जारी की है। मौसम वैज्ञानिकों ने अगले चौबीस घंटों के दौरान इंदौर, उज्जैन, जबलपुर और नर्मदापुरम संभागों के जिलों में कहीं कहीं भारी से अति भारी बारिश (64.5 से 204.4 मिमी) होने का 'ऑरेंज अलर्ट' जारी किया है। विभाग के मुताबिक, मध्य प्रदेश के अलीराजपुर, बड़वानी, सिवनी, छिंदवाड़ा, बालाघाट, बुरहानपुर, धार, इंदौर, झाबुआ, खंडवा, खरगोन, उज्जैन, देवास, आगर-मालवा, शाजापुर, रतलाम, मंदसौर, नीमच, नर्मदा पुरम, हरदा, बैतूल, जबलपुर, कटनी, नरसिंहपुर, मंडला और डिंडोरी जिलों में मूसलाधार बारिश होने की संभावना है।
वहीं, भोपाल, शहड़ोल संभागों के अलावा श्योपुर, छतरपुर और सागर जिलों में भारी बारिश का 'येलो अलर्ट' जारी किया गया है। इसके अलावा अन्य स्थानों पर वर्षा या गरज चमक की स्थिति बनने की संभावना है। प्रदेश में शुक्रवार तक इसी तरह से मौसम के बने रहने के आसार हैं, 13 अगस्त से बारिश में थोड़ी कमी आने की संभावना है। मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि 13 अगस्त को बंगाल की खाड़ी पर एक कम दबाव का क्षेत्र बनने के आसार हैं, जिसके 15 अगस्त तक यहां पहुंचने की संभावना है। इससे पूर्वोत्तर के स्थानों पर बारिश के आसार हैं।
मौसम विज्ञान केन्द्र भोपाल के वैज्ञानिकों के अनुसार पूर्वी मध्य प्रदेश में बने कम दबाव के क्षेत्र और एक 'ट्रफ' लाइन के प्रदेश से गुजरने के चलते मध्य प्रदेश में बारिश का यह क्रम लगातार जारी है। इसका सबसे अधिक प्रभाव प्रदेश के दक्षिण और पश्चिम के हिस्सों पर देखा गया, जहां झमाझम बारिश का दौर जारी है।
दूसरी ओर झाबुआ और अलीराजपुर जिलों में भी बारिश का सिलसिला जारी है। झाबुआ जिले में पिछले दो दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश के चलते जिले भर में नदी नाले उफान पर आ गए हैं। जिले की अनास, पम्पावती, पदमावती, नौगांवा, माही आदि नदियां उफान पर बह रही हैं। पेटलावद क्षेत्र में कई रपटों पर से पानी ऊपर से जाने से ग्रामीण क्षेत्रों का सड़क संपर्क भी प्रभावित हुआ है। इसी तरह अलीराजपुर में भी लगातार बारिश से आम जनजीवन प्रभावित हुआ है। नदी नाले उफान पर बह रहे हैं। प्रदेश भर में जारी बारिश के इस क्रम के बीच पूर्वोत्तर के कुछ स्थानों पर इसका असर कम देखा गया है। मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि 13 अगस्त को बंगाल की खाड़ी पर एक कम दबाव का क्षेत्र बनने के आसार हैं, जिसके 15 अगस्त तक यहां पहुंचने की संभावना है। इससे पूर्वोत्तर के स्थानों पर बारिश के आसार हैं।

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