ONGC प्रयागराज में कर सकता है एक लाख करोड़ का निवेश
रिफाइनरी प्लांट स्थापित करने का दिया प्रस्ताव
प्रयागराज: अभी हाल ही में शंकरगढ़ में जेके सीमेंट का प्लांट शुरू हुआ है। वरूण बेवरेजेज द्वारा सरस्वती हाइटेक सिटी में 1000 करोड़ की लागत से प्लांट स्थापित किया जा रहा है। वहीं अब ऑयल एण्ड नेचुरल गैस कारपोरेशन (ओएनजीसी) ने प्रयागराज में करीब 1,00,000 करोड़ रुपये के निवेश के साथ 12 मिलियन मिट्रिक टन प्रति वर्ष क्षमता वाले रिफाइनरी सह पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स स्थापित करने का प्रस्ताव उप्र सरकार के औद्योगिक विकास विभाग को दिया है।
उल्लेखनीय है कि, 2017 के पहले प्रयागराज से जहां उद्योगों का पलायन हो रहा था। वहीं अब योगी सरकार में बड़ी-बड़ी कम्पनियां प्रयागराज में निवेश के लिए स्वयं आगे आ रही हैं। जिससे प्रयागराज में एक तरफ जहां बड़े पैमाने पर निवेश होगा, वहीं प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप में बड़े पैमाने पर रोजगार सृजित होगा।
इस बुधवार को फूलपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में आयोजित रोजगार मेला एवं ऋण वितरण समारोह में उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने कहा था कि देश ही नहीं, दुनिया के उत्तर प्रदेश में अपना निवेश करने के लिए आतुर हैं। जेके सीमेंट जो पिछली सरकारों में प्रयागराज से पलायन कर रहा था।
उसने अभी हाल ही में बारा में अपना प्लांट लगाया है। अभी तो ये शुरूआत है, बड़ी-बड़ी कम्पनियां प्रयागराज आ रही हैं। लाखों-करोड़ों का निवेश प्रयागराज में होने जा रहा है। प्रयागराज में रिफाइनरी प्लांट स्थापित करने की परियोजना ओएनजीसी, बीपीसीएल और एक विदेशी भागीदार के सहयोग से स्थापित की जाएगी।
जिसको लेकर औद्योगिक विकास विभाग एवं ओएनजीसी के अधिकारियों के बीच तकनीकी मुद्दों पर वार्ता चल रही है। औद्योगिक विकास विभाग द्वारा ओएनजीसी को प्रोत्साहन के रूप में पूंजी सब्सिडी, एसजीएसटी प्रतिपूर्ति, ब्याज सब्सिडी, बिजली शुल्क की वापसी, स्टांप ड्यूटी छूट, खरीदी गई।
बिजली पर ट्रांसमिशन शुल्क की छूट, ईपीएफ प्रतिपूर्ति दिए जाने की जानकारी दी गई है। ओएनसीसी यूपी एफडीआई और फॉर्च्यून-500 कम्पनियों में शामिल है। जिसे उत्तर प्रदेश के एफडीटी और फॉर्च्यून ग्लोबल और फॉर्च्यून इंडिस-500 पॉलिसी का लाभ मिल सकता है।
औद्योगिक विकास विभाग ने ओएनजीसी के प्रस्ताव का स्वागत करते हुए अपना पूर्ण समर्थन देने का आश्वासन दिया है।
ओएनजीसी ने इस परियोजना पर सहयोग करने के लिए भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) के साथ चर्चा शुरू कर दी है।
प्रयागराज में बीपीसीएल के पास नैनी और बारा में रिफाइनरी के लिए भरपूर मात्रा में जमीन मौजूद है, जहाँ रिफाइनरी स्थापित की जा सकती है।मंत्री नन्दी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश निवेश के लिए श्रेष्ठतम गंतव्य के रूप में उभर रहा है।
नए भारत का नया उत्तर प्रदेश व्यवसाय-केंद्रित और नागरिक केंद्रित सुधारों के लिए देश में बेहतरीन उदाहरण बन गया है। सुदृढ़ कानून व्यवस्था और बेहतरीन औद्योगिक नीति के कारण आज निवेशक स्वयं उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए आगे आ रहे हैं।पिछली सरकारों में जहां निवेशक गुंडों, माफियाओं के कारण डरे हुए थे।
उत्तर प्रदेश से पलायन कर रहे थे, वहीं आज उसी उत्तर प्रदेश के नोएडा और एनसीआर ही नहीं बल्कि विभिन्न जनपदों और क्षेत्रों में औद्योगिक इकाइयां लग रही हैं। ओएनजीसी द्वारा प्रयागराज में रिफाइनरी प्लांट लगाने का प्रस्ताव देना इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है।