राहुल गांधी के बयानों पर ओवैसी ‘राजस्थान के CM को समझाइए की आखिर क्या है मोहब्बत की दुकान

आखिर कब तक जुबानी खर्च करते रहोगे?

Update: 2023-06-01 12:45 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | कांग्रेस नेता राहुल गांधी 6 दिन के अमेरिका के दौरे पर हैं। बुधवार को राहुल ने सैन फ्रांसिस्को में भारतीयों को सबोंधित किया। इस दौरान उन्होंने बीजेपी और पीएम मोदी पर जमकर निशाना साधा। वहीं उन्होंने मुस्लमानों को लेकर कहा की बीजेपी सरकार में मुस्लमानों को निशाना बनाया गया हैं।साथ ही उन्होंने कहा थी कि नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान यानी नफरत को प्यार से खत्म किया जा सकता है। इस पर अब एआईएमआईएम (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कांग्रेस नेता को घेरा है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक धर्मनिरपेक्षता के चलते मुस्लमान बर्बाद हो रहे हैं। साथ ही उन्होंने पूछा कि आखिर कब तक जुबानी खर्च करते रहोगे?

राहुल ने मुस्लिमों पर हो रहे हमले का जवाब दिया। उन्होंने कहा था कि आज जो मुस्लिमों के साथ हो रहा है वो दलितों के साथ 1980 में हो चुका है। राहुल गांधी ने एक सवाल के जवाब में कहा था कि मैं कह सकता हूं कि ‘नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान’। उन्होंने कहा कि इससे अच्छा तरीका और कुछ नहीं है।

औवसी ने अब राहुल गांधी को इस बयान पर घेर लिया। उन्होंने कहा कि उन्हें राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत को समझाना चाहिए कि जब जुनैद और नासिर की हत्या हुई, तो गहलोत को उनके परिवार के सदस्यों से मिलने में 15 दिन लग गए। इन लोगों को 15 लाख अनुग्रह राशि दी गई, जबकि अन्य को 50 लाख रुपये मिलते हैं। उन्होंने आगे कहा कि आप उनसे जाकर पूछिए, छत्तीसगढ़ में उनकी सरकार ने धर्मसंसद को प्रायोजित किया, जिसमें महात्मा गांधी को अपशब्द कहे। वहां बताइए आप।

औवेसी ने कहा कि मैंने शुरू से ही कहा है कि राजनीतिक धर्मनिरपेक्षता के चलते मुस्लमानों को बर्बाद कर दिया गया है। उनका सशक्तिकरण नहीं हुआ। विधानसभा और संसद में मुस्लिम प्रतिनिधित्व को समाप्त करने के लिए राजनीतिक धर्मनिरपेक्षता का इस्तेमाल किया गया। उन्होंने कहा कि मैं राजनीतिक धर्मनिरपेक्षता के खिलाफ हूं और रहूंगा।

मैं उस धर्मनिरपेक्षता के साथ खड़ा हूं जो संविधान ने हमें बताया। अब आप कहेंगे कि धर्मनिरपेक्षता को संविधान में बाद में जोड़ा गया था, लेकिन स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व, न्याय, समानता का अधिकार सभी धर्मनिरपेक्षता हैं। राहुल गांधी को इन मुद्दों पर बात करनी चाहिए। औवेसी ने आखिर में पूछा कि आप कब तक जुबानी खर्च करते रहेंगे।

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