लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को 296 किलीमीटर लंबे बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का उदघाटन कर दिया. इसके साथ ही पीएम मोदी ने बिना किसी पार्टी का नाम लिए विपक्ष पर हमला बोला और रेवड़ी कल्चर से दूर रहने की अपील की. मोदी के इस बयान पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि रेवड़ी बांटकर थैंक्यू का अभियान चलवाने वाले सत्ताधारी अगर युवाओं को रोजगार दें तो वो 'दोषारोपण संस्कृति' से बच सकते हैं. रेवड़ी शब्द असंसदीय तो नहीं?
दरअसल, पीएम मोदी ने किसी पार्टी का नाम लिए बिना कहा था कि हमारे देश रेवड़ी कल्चर को बढ़ावा देने कोशिश हो रही है. मुफ्त की रेवड़ी बांटकर वोट बटोरने का कल्चर लाने की कोशिश हो रही है. ये रेवड़ी कल्चर देश के विकास के लिए बहुत घातक है. इस रेवड़ी कल्चर से देश के लोगों को बहुत सावधान रहना है. मोदी ने कहा कि रेवड़ी कल्चर वाले कभी आपके लिए नए एक्सप्रेसवे नहीं बनाएंगे. नए एयरपोर्ट या डिफेंस कॉरिडोर नहीं बनाएंगे. रेवड़ी कल्चर वालों को लगता है कि जनता जनार्दन को मुफ्त की रेवड़ी बांटकर उन्हें खरीद लेंगे.
मोदी ने कहा कि हमें मिलकर उनकी इस सोच को हराना है, रेवड़ी कल्चर को देश की राजनीति से हटाना है. डबल इंजन की सरकार मुफ्त की रेवड़ी बांटने का शॉर्टकट नहीं अपना रही, बल्कि मेहनत करके राज्य के भविष्य को बेहतर बनाने में जुटी है. उन्होंने कहा कि हम कोई भी फैसला लें, निर्णय लें, नीति बनाएं, इसके पीछे सबसे बड़ी सोच यही होनी चाहिए कि इससे देश का विकास और तेज होगा. हर वो बात, जिससे देश को नुकसान होता है, देश का विकास प्रभावित होता है, उसे हमें दूर रखना है.
बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे चित्रकूट के भरतकूप से लेकर इटावा तक है. इसमें चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन, औरेया और इटावा जिला शामिल है. एक्सप्रेव-वे को 18 हजार 896 करोड़ की लागत से 28 महीने में तैयार किया गया है. ये अभी 4 लेन एक्सप्रेसवे है. इसे 6 लाइन किए जाने की तैयारी है. कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी सरकारी की उपलब्धियां गिनाईं तो बिना नाम लिए विपक्ष पर भी हमला बोला. मोदी ने बताया कि डबल इंजन की सरकार ने पुराने परसेप्शन को तोड़ दिया है और नई गति के साथ विकास परियोजनाओं को जनता को लोकार्पित किया जा रहा है.