वन्यकर्मी की आत्महत्या के मामले में अधिकारी निलंबित, आदेश जारी, जानें पूरा मामला
सुसाइड नोट भी मिला था.
भुवनेश्वर: ओडिशा फॉरेस्ट सर्विस (ओएफएस) के वरिष्ठ अधिकारी और रायगढ़ डिवीजन के सिल्विकल्चर देबेंद्र कुमार बेहरा को वन्यकर्मी संजय कुमार नायक की कथित आत्महत्या की स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच के लिए निलंबित कर दिया गया है।
निलंबन आदेश वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग ने जारी किया है। संजय कुमार नायक का शव 18 सितंबर को कालाहांडी जिले के भवानीपटना में उनके सरकारी क्वार्टर में लटका हुआ मिला था। रायगढ़ जिले के निवासी नायक कालाहांडी के जारिंग रिसर्च गार्डन में तैनात थे। नायक ने अपने सुसाइड नोट में कथित तौर पर देबेंद्र कुमार बेहरा को अपने इस कदम के लिए जिम्मेदार ठहराया था।
वन विभाग ने अपने आदेश में जिक्र कि मृतक संजय कुमार नायक के सुसाइड नोट में देबेंद्र कुमार बेहरा के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का प्रथम दृष्टया आरोप लगाया गया था। नायक की पत्नी प्रियंका सुबुद्धि ने आरोप लगाया था उनके पति की मौत रायगढ़ डिवीजन के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा दी गई मानसिक यातना के कारण हुई थी।
सुबुद्धि ने दावा किया कि संजय कुमार नायक पर कथित तौर पर क्षेत्र में राज्य वन विभाग द्वारा शुरू की गई विभिन्न परियोजनाओं के लिए प्रतिशत कमीशन के लिए दबाव डाला जा रहा था। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उनके पति ने आत्महत्या जैसा चरम कदम इसलिए उठाया क्योंकि वह यातना सहन करने में विफल रहे। वन विभाग के आदेश के अनुसार, 18 सितंबर को भवानीपटना टाउन पुलिस स्टेशन में बेहरा के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 108 के तहत मामला (368/24) दर्ज किया गया है।
ओडिशा के प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन बल के प्रमुख) ने कटक सर्कल के मुख्य वन संरक्षक को इस मामले की जांच शुरू करने और अपनी रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया है, ताकि आगे की आवश्यक कार्रवाई की जा सके।