भ्रष्टाचार मामले में सांसद को नोटिस...CID ने 25 मई को हाजिर होने का दिया आदेश
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नारदा स्टिंग मामले के बाद बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस के बीच एक बार फिर से सियासी जंग शुरू हो गई है. पश्चिम बंगाल में सीआईडी ने बराकपुर के बीजेपी सांसद अर्जुन सिंह को भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत एक मामले में नोटिस भेजा है. बीजेपी सांसद को 25 मई को जांच एजेंसी के सामने पेश होने के लिए कहा गया है.
इससे पहले पुलिस ने पिछले साल अर्जुन सिंह के उत्तर 24 परगना जिले के भाटपारा स्थित आवास पर छापा मारा था. अर्जुन सिंह 2019 लोकसभा चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे . बाद में वो बैरकपुर लोकसभा सीट से चुनाव जीतने में सफल रहे.
वहीं कलकत्ता हाई कोर्ट, नारद स्टिंग मामले में शुक्रवार को सुनवाई करेगा जिसमें सीबीआई ने पश्चिम बंगाल के दो मंत्रियों, तृणमूल कांग्रेस के एक विधायक तथा पार्टी के एक पूर्व नेता को गिरफ्तार किया है. कलकत्ता हाई कोर्ट में मामले की कल दोपहर 2 बजे सुनवाई होगी. इस बीच टीएमसी की ओर से सीबीआई के खिलाफ ही केस दर्ज कराया गया है.
टीएसमी का कहना है उसके नेताओं की गिरफ़्तारी गैरकानूनी है. बता दें कि 17 मई को जिस दिन सीबीआई ने नारदा स्टिंग मामले में तृणमूल कांग्रेस के 3 वरिष्ठ नेताओं को गिरफ्तार किया, उसी दिन टीएमसी ने सीबीआई के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. पश्चिम बंगाल सरकार की वरिष्ठ मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने कोलकाता पुलिस के मुख्यालय लालबाजार में सीबीआई के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई और दावा किया कि ये गिरफ्तारियां 'अवैध' हैं. शिकायत के संबंध में बुधवार को कोलकाता पुलिस ने सीबीआई के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की.
मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य की शिकायत में कहा गया है कि गिरफ्तारी अवैध थी क्योंकि विधानसभा अध्यक्ष से कोई अनुमति नहीं मांगी गई थी, जो कि एक विधायक को गिरफ्तार करने के लिए जरूरी होती है. शिकायत में पीएम मोदी के इशारे पर नेता को गिरफ्तार करने वाले सीबीआई अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है.
उन्होंने लिखा, "हमें यह समझ में नहीं आ रहा है कि किसी राज्य का राज्यपाल सीबीआई को किसी को गिरफ्तार करने का निर्देश कैसे दे सकता है, जबकि कानून उसे ऐसा करने की अनुमति नहीं देता. राज्यपाल बीजेपी के मुखपत्र और पीएम मोदी और अमित शाह के इशारे पर काम कर रहे हैं."