ताजमहल नहीं, अयोध्या रहा घरेलू पर्यटकों के लिए 2024 का आकर्षण, उत्तर प्रदेश का टॉप टूरिस्ट डेस्टिनेशन बना
नई दिल्ली: अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के साथ ही उत्तर प्रदेश ने पर्यटकों को आकर्षित करने के मामले में एक नया कीर्तिमान बनाया है। राज्य में इस साल जनवरी से सितंबर के बीच 47.61 करोड़ पर्यटक आए जो अपने-आप में रिकॉर्ड है। इन नौ महीनों में राज्य के विभिन्न पर्यटन स्थलों में अयोध्या शीर्ष पर रहा।
उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, इस साल सितंबर तक अयोध्या में 13.55 करोड़ घरेलू और 3,153 विदेशी पर्यटक पहुंचे। पर्यटकों की संख्या में इस उछाल की एक बड़ी वजह इस साल राम मंदिर के उद्घाटन को माना जा रहा है।
अयोध्या की तुलना में, आगरा के लिए पर्यटकों की संख्या 12.51 करोड़ रही, जिनमें 11.59 करोड़ घरेलू और 92.4 लाख विदेशी पर्यटक शामिल हैं। उत्तर प्रदेश के पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने राज्य में पर्यटन को लेकर इस शानदार प्रदर्शन की सराहना की। उन्होंने कहा, "उत्तर प्रदेश ने पिछले साल 48 करोड़ पर्यटकों का स्वागत किया, जो इस साल केवल नौ महीने में ही एक मील का पत्थर बन गया है।"
अयोध्या के अलावा, दूसरे आध्यात्मिक स्थलों को लेकर भी पर्यटकों की संख्या में तेजी दर्ज की गई है। वाराणसी में 6.2 करोड़ घरेलू पर्यटक और 1,84,000 विदेशी पर्यटक आए, मथुरा में 6.8 करोड़ पर्यटक आए, जिनमें 87,229 विदेशी शामिल थे। कुंभ मेले के लिए प्रसिद्ध प्रयागराज में 4.8 करोड़ पर्यटक आए, मिर्जापुर में 1.18 करोड़ पर्यटकों ने विजिट किया।
इसके अलावा, टूरिज्म और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में 2034 तक 61 लाख से ज्यादा नए रोजगार के अवसर पैदा होने की उम्मीद की जा रही है। कॉन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (सीआईआई) और ईवाई द्वारा 18वें वार्षिक सीआईआई पर्यटन शिखर सम्मेलन में जारी व्हाइट पेपर के मुताबिक, घरेलू पर्यटन के बल पर यह क्षेत्र मजबूती से उभर रहा है। मौजूदा समय में टूरिज्म सेक्टर का भारत के कुल रोजगार में योगदान करीब आठ प्रतिशत का है।