नई दिल्ली | देश कोरोना वायरस के प्रकोप से बाहर निकला ही था कि एक और खतरनाक वायरस ने दस्तक दे दी है। कोरोना के छिटपुट मामलों के बीच केरल में एक ऐसा वायरस मिला है, जिसने सबकी चिंता बढ़ा दी है। केरल में कोरोना के बाद अब निपाह वायरस के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। केरल में 5 से ज्यादा निपाह वायरस के केस मिल चुके हैं और सैंकड़ों लोग पीड़ितों के संपर्क में आने के चलते हड़कंप मच गया है। राज्य सरकार ने 24 सितंबर तक शिक्षण संस्थान बंद कर दिए हैं। आइए, जानते हैं आखिर निपाह वायरस कैसे फैलता है और ये चिंता का विषय क्यों बना हुआ है…
क्या है निपाह वायरस?
निपाह वायरस जानवरों से इंसानों में फैलने वाला वायरस है। ये खासकर चमगादड़ों से फैलता है। निपाह का पहला मामला 1998 में मलेशिया में सुअर पालने वालों के बीच मिला था। मलेशिया के जिस गांव में इसका पहला मामला मिला, वहीं से इसका नाम ईजाद हुआ।WHO ने इस वायरस को इबोला, जीका और कोरोना वायरस की श्रेणी में रखा है। ऐसा इसलिए, क्योंकि ये महामारी फैलाने की क्षमता रखता है। निपाह वायरस आमतौर पर जानवरों और दूषित खाने से फैलता है, लेकिन हाल ही में देखा गया है कि ये मनुष्य से मनुष्य के बीच सीधे भी फैल सकता है।
क्यों सब जता रहे चिंता?
निपाह से हर कोई चिंतित इसलिए भी है, क्योंकि इस इस वायरस की उच्च मृत्यु दर है। पीड़ितों की मृत्यु दर 75 फीसद तक आंकी गई है। एक और चिंता की वजह ये है कि इसकी कोई अभी तक वैक्सीन नहीं आई है।
निपाह वायरस के क्या हैं लक्षण?
निपाह वायरस में पीड़ित को तेज बुखार, उल्टी और सांस लेने में समस्या का सामना करना पड़ता है। मामला ज्यादा बिगड़ने पर पीड़ित के दिमाग पर असर हो सकता है और यहां तक की वो कोमा में भी जा सकता है।
निपाह से बचने के लिए क्या करें?
निपाह वायरस से बचने के लिए हम कुछ सावधानियां बता रहे हैं, जिसे अपनाने से वायरस से बचा जा सकता है…
किसी भी वायरस से बचने का सबसे आसान और सामान्य तरीका हाथों को समय-समय पर साबुन से धोना है। इससे वायरस का खतरा कम हो जाता है।
लोगों के संपर्क में न आना भी निपाह वायरस से बचने का तरीका है। खासतौर पर ऐसे लोगों से सावधान रहें जिनमें इसके लक्षण दिख रहे हों।
हमेशा अपने खाने का ख्याल रखे, किसी भी जानवर का झूठा न खाएं।
अगर आपको खुद में निपाह का कोई भी लक्षण दिखे तो डॉक्टर से सलाह लें।