जम्मू कश्मीर में NIA की रेड जारी, 16 जगहों पर छापा, सामने आई ये वजह

Update: 2021-10-10 04:54 GMT

नई दिल्ली: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने 'वॉयस ऑफ हिंद' पत्रिका के प्रकाशन और आईईडी की बरामदगी के संबंध में जम्मू और कश्मीर में 16 स्थानों पर छापेमारी की है. एजेंसी के अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी. दरअसल इस पत्रिका का उद्देश्य प्रदेश के प्रभावशाली युवाओं को उकसाना और कट्टरपंथी बनाना है.



NIA के अनुसार, एक IED रिकवरी मामले के सिलसिले में भी छापेमारी की गई थी. 'वॉयस ऑफ हिंद' (VOH) मासिक आधार पर प्रकाशित की जाने वाली एक प्रचार पत्रिका है, जिसका उद्देश्य अलगाव और सांप्रदायिक घृणा की भावना पैदा करने के लिए भारत में कल्पित अन्याय की एक विषम कहानी को पेश करके प्रभावशाली युवाओं को उकसाना और कट्टरपंथी बनाना है.


NIA ने हाल ही में कर्नाटक के भटकल में दो स्थानों पर छापेमारी की थी और पत्रिका 'वॉयस ऑफ हिंद' मामले में मुख्य आरोपी जुफरी जवाहर दामुदी को गिरफ्तार किया था. भारत के खिलाफ हिंसक जिहाद छेड़ने के लिए देश के प्रभावशाली मुस्लिम युवाओं को कट्टरपंथी बनाने और आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (ISIS) में भर्ती करने के लिए की साजिश के सिलसिले में यह मामला इस साल 29 जून को मामला दर्ज किया गया था.
NIA ने कहा कि भारत में ISIS कैडरों के साथ-साथ अलग अलग संघर्ष क्षेत्रों से एक्टिव आईएसआईएस आतंकवादियों ने झूठा ऑनलाइन पहचान बनाकर एक नेटवर्क बनाया है जिसमें आईएसआईएस से संबंधित प्रचार सामग्री को कट्टर बनाने और सदस्यों को ISIS की तह में भर्ती करने के लिए प्रसारित किया जाता है.
NIA ने इसी मामले में इस साल 11 जुलाई को जम्मू-कश्मीर में कई तलाशी ली थीं और तीन आरोपियों उमर निसार, तनवीर अहमद भट और रमीज अहमद लोन को गिरफ्तार किया था, जो अनंतनाग जिले के अचबल इलाके का निवासी है. एक साइबर इकाई 'अबू हज़ीर अल बद्री' ISIS का एक प्रमुख संचालक है, जो 'वॉयस ऑफ़ हिंद' का दक्षिण भारतीय भाषाओं में अनुवाद करने और इसके आगे प्रसार में शामिल है, की पहचान जुफ़री जवाहर दामुदी के रूप में की गई. उसे NIA और कर्नाटक पुलिस का संयुक्त अभियान ने 6 अगस्त को गिरफ्तार किया था.


Tags:    

Similar News