आईएसवाईएफ के प्रमुख समेत 5 खालिस्तानी आतंकवादियों के खिलाफ NIA ने दायर की चार्जशीट

राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) ने पाकिस्तान (Pakistan) से ड्रोन के माध्यम से हथियारों, विस्फोटकों और मादक पदार्थों की तस्करी से संबंधित मामले में इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन (आईएसवाईएफ) के प्रमुख समेत पांच खालिस्तानी आतंकवादियों (Khalistani terrorists) के खिलाफ यहां एक विशेष अदालत में शुक्रवार को आरोपपत्र दायर किया.

Update: 2022-03-04 15:45 GMT

राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) ने पाकिस्तान (Pakistan) से ड्रोन के माध्यम से हथियारों, विस्फोटकों और मादक पदार्थों की तस्करी से संबंधित मामले में इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन (आईएसवाईएफ) के प्रमुख समेत पांच खालिस्तानी आतंकवादियों (Khalistani terrorists) के खिलाफ यहां एक विशेष अदालत में शुक्रवार को आरोपपत्र दायर किया. एनआईए के एक प्रवक्ता ने कहा कि आईएसवाईएफ के प्रमुख लखबीर सिंह रोडे उर्फ बाबा (पंजाब के मोगा निवासी) के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया गया जो पाकिस्तान में छिपा है.

एनआईए के प्रवक्ता ने बताया कि लखबीर सिंह रोडे के चार गिरफ्तार साथी हरमेश सिंह उर्फ काली (फिरोजपुर के किलचे गांव निवासी), दरवेश सिंह उर्फ शिंदा (भैंके वाले झुग्गे निवासी), गुरमुख सिंह (जालंधर के न्यू हरदयाल नगर निवासी) और फगवाड़ा-कपूरथला के गुरू नानकपुरा निवासी गगनदीप सिंह के खिलाफ भी आरोपपत्र दायर किया गया है. एनआईए ने कहा कि शुरू में फिरोजपुर के ममदोट थाने में 25 अगस्त, 2021 को मामला दर्ज किया गया था और बाद में छह नवंबर, 2021 को एजेंसी ने फिर से मामला दर्ज किया. एनआईए ने कहा कि रोडे और उसके साथियों ने पाकिस्तान से ड्रोन से हथियार आदि की अवैध खेप भेजी थी.
लखबीर सिंह रोडे आईएसआई के संरक्षण में चला रहा ऑपरेशन
इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन का प्रधान लखबीर सिंह रोडे पाकिस्तान में आईएसआई के संरक्षण में अपना ऑपरेशन चला रहा है. 1984 में संगठन ने यूरोप में अपने पैर पसारने शुरू किए और यूके में अपना संगठन तैयार किया. 1985 व 2001 में एयर इंडिया की उड़ानों में आतंकवादी घटना इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन की ओर से की गई थी. इसे देखकर 27 मार्च, 2001 को यूके ने इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन पर प्रतिबंध लगा दिया.
2002 में संगठन को भारत ने आतंकवादी करार दिया
2002 में भारत में भी इस संगठन को आतंकवादी संगठन करार दिया गया और उस पर केंद्र सरकार ने प्रतिबंध लगा दिया. 2006 में आईएसवाईएफ की ओर से पाकिस्तान से भारी मात्रा में आरडीएक्स और अन्य हथियार जालंधर से बरामद किए गए. इसमें इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन के चीफ भाई लखबीर सिंह रोडे का भतीजा जसविंदर सिंह भी गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद काफी समय तक इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन ने अपनी गतिविधियों को विराम लगा दिया और उसका स्थान बब्बर खालसा इंटरनेशनल व खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स ने ले लिया.
यूके में भी इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन से प्रतिबंध हटाने की मांग
यूके में कई सिख संगठनों ने इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन से प्रतिबंध उठाने की मांग करनी शुरू की थी. सिख फेडरेशन (यूके) के चेयरमैन अमरीक सिंह ने 2016 में प्रतिबंध के खिलाफ लॉर्ड्स में मतदान के बाद कहा था कि द सिख फेडरेशन (यूके) और सिख समुदाय ने बीते 15 सालों से हमेशा से बनाए रखा है कि एक संगठन के रूप में आईएसवाईएफ कभी भी आतंकवाद के साथ शामिल नहीं था. 2001 में अकेले ब्रिटेन में आईएसवाईएफ पर प्रतिबंध राजनीति से प्रेरित था. भारतीय अधिकारियों को खुश करने के साथ किया गया था. इसके बाद बीते साल यूके में इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन से प्रतिबंध हटा लिया गया था.
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