अतीक-अशरफ हत्याकांडफ के बाद NHRC ने यूपी पुलिस को जारी किया नोटिस

बड़ी खबर

Update: 2023-04-18 12:50 GMT
प्रयागराज। अतीक अहमद और उसके भाई की हत्या के बाद नेशनल ह्यूमन राइट्स ने आज यूपी पुलिस को नोटिस जारी किया है। आपको बता दें कि अतीक अहमद और उसके बाई का नाम उमेश पाल हत्याकांड में सामने आया था जिसके बाद 16 अप्रैल को अतीक और उसके भाई की तीन युवकों ने मीडिया के सामने गोली मारकर बेरहमी से हत्या कर दी थी।

वही दूसरी तरफ उमेश पाल हत्याकांड में फरार चल रहे आरोपी गुड्डू मुस्लिम के घर पर बुलडोजर चल सकता है। प्रयागराज प्राधिकरण (PDA) ने गुड्डू के घर पर एक नोटिस चस्पा किया है। नोटिस में गुड्डू मुस्लिम को सरेंडर करने के लिए 18 अप्रैल तक का समय दिया गया है। नोटिस के अनुसार 18 अप्रैल तक सरेंडर नहीं हुआ तो प्राधिकरण घर गिरा देगा। गुड्डू मुस्लिम पर 5 लाख का इनाम है। उधर, अतीक की पत्नी 50 हजार की इनामी शाइस्ता परवीन के छुपे होने की सूचना पर धूमनगंज के मरियाडीह व भरेठा में पुलिस ने दबिश दी है।
हालांकि इससे पहले दावा किया गया था कि गुड्डू मुस्लिम की लोकेशन पुलिस को मिल गई है। उसकी अंतिम लोकेशन कर्नाटक में मिली थी। जिसके बाद एसटीएफ की टीम उसे पकड़ने के लिए नासिक से कर्नाटक गई थी। एसटीएफ की टीम ने गिरफ्तार के लिए इलाके की घेराबंदी भी करनी शुरू कर दी थी।
गुड्डू मुस्लिम की तलाश यूपी पुलिस को उमेश पाल की हत्या के बाद से ही है। उमेश पाल की हत्या बीते 24 फरवरी को प्रयागराज में कर दी गई थी। इस हत्याकांड के बाद से ही लगातार छापेमारी जारी है लेकिन अभी तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है।
28 मार्च को अशरफ को बरेली जेल प्रयागराज की MP/MLA कोर्ट लाया गया था। इस दौरान अशरफ ने कहा था, "मुझे एक अधिकारी ने धमकी दी है। उसने कहा कि दो हफ्ते के बाद किसी बहाने से निकाला जाएगा और निपटा दिया जाऊंगा। मुझ पर लगे आरोप फर्जी हैं। यह मुझे, मेरे परिवार को और UP सरकार को बदनाम करने की साजिश है।"
अशरफ ने कहा, "अगर मेरी हत्या होती है तो सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस, इलाहाबाद हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस और मुख्यमंत्री को मेरा बंद लिफाफा मिलेगा। उसमें उस अधिकारी का नाम होगा जिसने मुझे हत्या की धमकी दी है।"
लेटर में क्या लिखा, मुझे जानकारी नहीं
अब इस मसले पर अतीक के वकील विजय मिश्रा ने कहा कि जेल में मुलाकात के दौरान मुझसे भी अशरफ ने ऐसा कहा था। हालांकि वो लेटर किसके पास है, क्या लिखा है, इसकी मुझे जानकारी नहीं है। विजय के मुताबिक अशरफ को शक था कि ये सब कौन करवाने वाला है, लेकिन उसने उस आदमी का नाम नहीं लिया।
विजय ने आगे बताया कि जब वो जिला जेल बरेली अशरफ़ से मिलने गए थे तो उन्होंने इस घटना के बारे में अशरफ़ से पूछा था। विजय के मुताबिक अशरफ ने उनसे कहा था, “आप मेरे वकील हैं। मैं आपको नहीं बताऊंगा। आपको परेशानी हो सकती है। लेकिन मुझे धमकी पुलिस लाइन में दी गई थी।”
Tags:    

Similar News

-->