पराक्रम दिवस के रूप में मनाई जाएगी नेताजी की जयंती, 500 केंद्रीय विद्यालयों में प्रतियोगिता
नई दिल्ली (आईएएनएस)| नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर 23 जनवरी को 'पराक्रम दिवस' के रूप में मनाया जा रहा है। इसका उद्देश्य छात्रों को महान नेता के जीवन पर प्रेरित करना और देशभर के छात्रों में देशभक्ति की भावना जगाना है। प्रतियोगिता की विषय-वस्तु 'एग्जाम वॉरियर' बनने के बारे में है, जो प्रधानमंत्री द्वारा लिखित पुस्तक पर आधारित है। इसमें कुल 50,000 छात्रों के हिस्सा लेने की उम्मीद है। छात्रों के बीच परीक्षा के तनाव से निपटने के लिए एक अनूठी पहल परीक्षा पे चर्चा 2023 के लिए 23 जनवरी, को देशभर के 500 विभिन्न केंद्रीय विद्यालयों (केवी) में यह राष्ट्रव्यापी चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक महान नेता के जीवन पर छात्रों को प्रेरित करने और उनमें देशभक्ति की भावना जगाने के लिए नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती को 'पराक्रम दिवस' के रूप में मनाया जाता है।
इस चित्रकला प्रतियोगिता में पूरे देश के कुल 50 हजार छात्रों के भाग लेने की उम्मीद है। नोडल केंद्रीय विद्यालय, जहां कार्यक्रम आयोजित किया जाना है, इस प्रतियोगिता में भाग लेने वाले विभिन्न विद्यालयों के 100 छात्र होंगे। मुख्य रूप से राज्य बोर्ड के समीपवर्ती विद्यालयों और जिले के सीबीएसई विद्यालयों से 70 छात्रों को आमंत्रित किया गया है, 10 प्रतिभागी नवोदय विद्यालय से और 20 छात्र नोडल केवी तथा आसपास के केवी के होंगे, यदि जिले में कोई और केवी हो।
पांच सर्वश्रेष्ठ प्रविष्टियों को स्वतंत्रता सेनानियों और राष्ट्रीय महत्व के विषयों पर पुस्तकों के एक सेट और प्रमाणपत्र से सम्मानित किया जाएगा। शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक, इस चित्रकला प्रतियोगिता की छात्रों और शिक्षकों को उत्साहपूर्वक प्रतीक्षा रहती है।
शिक्षा मंत्रालय का कहना है कि छात्रों की रचनाशील अभिव्यक्तियों को प्रोत्साहित करने के लिए शिक्षा मंत्रालय द्वारा कल चित्रकला प्रतियोगिता सहित पूरे देश के विद्यालयों में विभिन्न प्रकार के कार्यकलापों का आयोजन किया जा रहा है।
मंत्रालय के मुताबिक, चित्रकला प्रतियोगिता में विभिन्न सीबीएसई विद्यालयों के छात्रों, राज्य बोर्डो, नवोदय विद्यालयों और केंद्रीय विद्यालयों के छात्रों द्वारा विचारों की इस अनूठी रचनाशील अभिव्यक्ति में विविध प्रकार की सहभागिता किए जाने की उम्मीद है। प्रतियोगिता की विषय वस्तु 'एग्जाम वॉरियर' बनने के बारे में है, जो प्रधानमंत्री द्वारा लिखित पुस्तक पर आधारित है।