एनसीपीसीआर ने बायजूस के सीईओ को समन भेजा, गलत तरीके से पाठ्यक्रम बेंचकर छात्रों के शोषण का आरोप
नई दिल्ली (आईएएनएस)| राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने शुक्रवार को बायजूस के सीईओ बायजू रवींद्रन को मीडिया रिपोर्ट के आधार पर संज्ञान लेते हुए एक समन जारी किया है, जिसमें आरोप लगाया गया था कि कंपनी अपने पाठ्यक्रमों को गलत तरीके से बेचकर छात्रों का शोषण कर रही है। बायजू रवींद्रन को 23 दिसंबर को दोपहर 2 बजे तक दस्तावेजों के साथ आयोग के सामने हाजिर रहने कहा गया है।
आयोग ने बताया कि मीडिया रिपोर्ट में, कुछ माता-पिता ने दावा किया कि उनका शोषण किया गया और उन्हें धोखा दिया गया। यही नहीं उन्होंने अपनी बचत और भविष्य को खतरे में डाल दिया। रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि बायजूस ग्राहकों को पाठ्यक्रमों के लिए ऋण-आधारित समझौतों में प्रवेश करने के लिए बरगला रहा है, जिसमें बाद में पैसा वापसी की संभावना नहीं होती।
आयोग ने कहा की बायजूस को बच्चों के माता-पिता से इस बारे में कई शिकायतें मिली थीं, लेकिन उन्होंने उनके बारे में कुछ नहीं किया। आयोग इस बात पर ध्यान दे रहा है कि माता-पिता/बच्चों को ऋण आधारित समझौते करने के लिए लुभाने के लिए कदाचार में लिप्त होना और फिर शोषण करना बच्चों के कल्याण के खिलाफ है और सीपीसीआर अधिनियम 2005 की धारा 13 और 14 के तहत कार्यों और शक्तियों के अनुसरण में है।
आयोग ने कंपनी के सीईओ बायजू रवींद्रन से उनके द्वारा बच्चों के लिए चलाए जा रहे सभी पाठ्यक्रमों के विवरण, इन पाठ्यक्रमों की संरचना और शुल्क विवरण सहित वर्तमान में प्रत्येक पाठ्यक्रम में नामांकित छात्रों की संख्या और धनवापसी नीति के साथ व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने कहा है। इसके लिए उन्हें सभी दस्तावेजों के साथ 23.12.2022 को 1400 बजे तक का समय दिया गया है।