Mushroom Farming: हरियाणा में 10 राज्यों के किसानों ने लिया मशरूम उत्पादन तकनीक का प्रशिक्षण
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (HAU) हिसार के सायना नेहवाल कृषि प्रौद्योगिकी, प्रशिक्षण एवं शिक्षा संस्थान द्वारा तीन दिवसीय मशरूम की खेती (Mushroom Farming) एवं उत्पादन तकनीक विषय पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (HAU) हिसार के सायना नेहवाल कृषि प्रौद्योगिकी, प्रशिक्षण एवं शिक्षा संस्थान द्वारा तीन दिवसीय मशरूम की खेती (Mushroom Farming) एवं उत्पादन तकनीक विषय पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया. इसमें हरियाणा सहित दस राज्यों के लोग शामिल रहे. संस्थान के सह निदेशक (प्रशिक्षण) डॉ. अशोक कुमार गोदारा ने बताया इन दिनों लोगों में मशरूम की खेती को लेकर जागरूकता बढ़ रही है. बेरोजगार युवक-युवतियां स्वरोजगार स्थापित करना चाहते हैं. कड़ी में एचएयू ने मशरूम उत्पादन तकनीक का प्रशिक्षण दिया. अब प्रशिक्षण लेने वाले स्वावलंबी बन जाएंगे.
डॉ. गोदारा ने बताया कि मशरूम एक ऐसा व्यवसाय है जिसे भूमिहीन, शिक्षित एवं अशिक्षित, युवक व युवतियां इसे स्व-रोजगार के रूप में अपना सकते हैं. पूरे साल मशरूम की विभिन्न प्रजातियों को उपजाया जा सकता है. जैसे बटन मशरूम (अक्टूबर से फरवरी), ढींगरी (मार्च से अप्रैल), दूधिया मशरूम या धान के पुवाल की मशरूम (जुलाई से अक्टूबर) तक उत्पादन (Mushroom Production) किया जा सकता है.
राज्य व केंद्र सरकार से मिल रही मदद
हरियाणा तथा भारत सरकार द्वारा किसानों तथा बेरोजगार युवक व युवतियों को मशरूम उत्पादन को कृषि विविधिकरण के रूप में अपनाने के लिए प्रोत्साहन दिया जा रहा है. उन्होंने बताया कि संस्थान की ओर से विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण समय-समय पर आयोजित किए जाते रहते हैं. इसलिए संस्थान से जुड़कर व प्रशिक्षण हासिल कर आत्मनिर्भर बनें.
इन राज्यों के लोग शामिल रहे
प्रशिक्षण के आयोजक डॉ. सतीश कुमार ने बताया कि ट्रेनिंग प्रोग्राम में हरियाणा के अलावा महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान, पंजाब, दिल्ली, छत्तीसगढ़, बिहार, उत्तर प्रदेश और झारखंड के किसान (Farmer) शामिल रहे. प्रशिक्षण में डॉ. सुरेंद्र सिंह, डॉ. राकेश चुघ, डॉ. निर्मल कुमार, डॉ. डी. के. शर्मा, डॉ. भूपेंद्र सिंह के अलावा बाजवा मशरूम फार्म से सरदार अमृत बाजवा ने प्रशिक्षणार्थियों को मशरूम उत्पादन को लेकर महत्वपूर्ण जानकारी दी. इस दौरान प्रतिभागियों ने ऑनलाइन माध्यम से अपने अनुभवों को सभी के साथ साझा किया.
मशरूम उत्पादन में हरियाणा कहां है?
हरियाणा में हर साल लगभग 20000 टन सफेद बटन मशरूम का उत्पादन होता है. लगभग 50 प्रतिशत उत्पादन छोटे किसान सर्दी के मौसम मे कच्चे शैड या छप्पर बनाकर करते हैं. किसान और बेरोजगार युवक-युवतियां इसे रोजगार के रूप मे अपना रहे हैं. कृषि वैज्ञानिकों के मुताबिक एक शरद ऋतु में दो बार मशरूम का उत्पादन किया जा सकता है.