सिंघु बार्डर पर हत्या: मामले में शुरू हुआ हंगामा, बीजेपी ने राकेश टिकैत को घेरा
नई दिल्ली: सिंघु बॉर्डर पर आंदोलनकारी किसानों के मंच के पास ही बैरिकेडिंग पर शव टंगा मिलने को लेकर राजनीति तेज हो गई है। इस हत्या का ठीकरा भाजपा ने किसान नेता राकेश टिकैत के सिर फोड़ा है। हरियाणा के सोनीपत जिले के कुंडली में मिले इस शव को लेकर भाजपा के आईटी सेल के मुखिया अमित मालवीय ने कहा कि यदि राकेश टिकैत ने योगेंद्र यादव के बगल में बैठकर मॉब लिंचिंग को गलत न ठहराया होता तो यह हत्या न होती। अमित मालवीय ने लिखा कि किसानों के नाम पर इस तरह की अराजकता फैला रहे लोगों के नाम उजागर किए जाने चाहिए।
अमित मालवीय ने कहा, 'बलात्कार, हत्या, वेश्यावृत्ति, हिंसा और अराजकता... किसान आंदोलन के नाम पर यह सब हुआ है।अब हरियाणा के कुंडली बॉर्डर पर युवक की बर्बर हत्या। आखिर हो क्या रहा है? किसान आंदोलन के नाम पर यह अराजकता करने वाले ये लोग कौन हैं जो किसानों को बदनाम कर रहे हैं?' इस बीच मामले की जांच करने पहुंची पुलिस ने कहा है कि फिलहाल हत्यारों के बारे में कुछ भी नहीं कहा जा सकता है। जांच के लिए पहुंचे सोनीपत के डीएसपी हंसराज ने कहा, 'सुबह 5 बजे के करीब एक शव लटका हुआ पाया गया था। उसके हाथ और पैर कटे हुए थे। यह शव उसी जगह पर मिला है, जहां किसानों का आंदोलन चल रहा है। फिलहाल इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है कि इस हत्या का जिम्मेदार कौन है।'
उन्होंने कहा कि इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। इस घटना को लेकर एक वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसकी जांच की जा रही है। बता दें कि लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के दौरान भाजपा के 3 कार्यकर्ताओं की भी मौत हो गई थी। इसे लेकर राकेश टिकैत ने कहा था कि यह क्रिया की प्रतिक्रिया के चलते हुआ था। अमित मालवीय ने उनके इस बयान को ही अब कुंडली में युवक की हत्या के बाद शव टांगे जाने की घटना से जोड़ते हुए निशाना साधा है। इस बीच संयुक्त किसान मोर्चा के एक नेता ने इस हत्या के पीछे निहंगों का हाथ बताया है।