Mandi: मंडी। लंबे समय के बाद हुई शनिवार रात की बारिश ने नगर निगम मंडी के स्वच्छता के दावों की पोल खोल दी है। शनिवार रात हुई बारिश का पानी मंडी शहर की कई दुकानों में घुस गया। जिससे दुकानदारों को भारी नुकसान हुआ है। बारिश के पानी से सडक़े तालाब बन गईं। वहीं नालियों में बह रही गंदगी भी पानी के बहाव से सडक़ों पर आ गई। इसके साथ ही नगर निगम मंडी के भवन के बाहर बने मंदिर में भी पानी घुस गया जिसे रविवार सुबह नगर निगम मंडी और आसपास के लोगों के सहयोग से निकल गया। बता दें की बरसात से पूर्व नगर निगम मंडी द्वारा सभी नलियों की सफाई की गई थी।
लेकिन दुकानदारों ने यह आरोप लगाए हैं कि बार बार कहने के बावजूद भी उनकी दुकान के बाहर नालियों में सफाई नहीं हुई। ओवरफ्लो के कारण पानी उनकी दुकानों में घुस गया और उन्हें भारी नुकसान हुआ है। दुकानदारों ने नगर निगम मंडी के महापौर वीरेंद्र भट शर्मा से भी स्वयं मौके का निरीक्षण करने की बात कही है। उन्होंने कहा कि नगर निगम मंडी के कर्मचारी वह अधिकारी स्वयं आकर यहां स्थिति का सहायता ले और स्पष्ट करें कि गलती किसकी है। नगर निगम मंडी के महापौर वीरेंद्र भट्ट शर्मा का कहना है कि नगर निगम मंडी द्वारा बरसात से पहले सभी नालियों की सफाई करवाई गई है। लेकिन बावजूद इसके लोगों द्वारा निगम का सहयोग नहीं किया जाता है। लोगों द्वारा कूड़ा और प्लास्टिक की बोतले नालियों में फैंकी जा रही हैं,जिस कारण पानी का बहाव रूक रहा है और जब तेज बारिश होती है तो पानी के साथ साथ कूड़ा भी सडक़ों पर आ रहा है। उन्होंने कहा कि वह स्वयं ताकर दुकानों की निरीक्षण करेंगे।