नई दिल्ली: अमरावती की निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके पति रवि राणा हनुमान चालीसा मामले को लेकर चर्चा में हैं. दोनों को मुंबई पुलिस ने 23 अप्रैल को गिरफ्तार किया था. जिसके बाद कोर्ट ने हाल ही में राणा दंपति को हनुमान चालीसा विवाद पर मीडिया से बात न करने की शर्त पर जमानत दी. लेकिन इसी बीच राणा दंपति ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उद्धव सरकार पर हमला बोला है.
नवनीत राणा ने कहा कि आगामी 14 तारीख़ को उद्धव ठाकरे सभा कर रहे हैं. बाला साहेब ने कभी चुनाव नहीं लड़ा, लेकिन उन्होंने हमेशा शिवसैनिकों को आगे बढ़कर पद दिया. उद्धव को अगर पद का लालच है तो वे चुनाव लड़ें और ये साफ करें कि कहां से लड़ेंगे. उनके ख़िलाफ़ मैं लडूंगी. नवनीत ने कहा कि महाराष्ट्र में रामभक्त और हनुमान भक्त इनके खिलाफ खड़े होंगे.
राणा ने आगे कहा कि बाला साहेब ने शिवसेना का निर्माण किया, लेकिन उद्धव ठाकरे ने इसे 'सुलेमान सेना' बना दिया.
नवनीत ने कहा कि कोर्ट का मैंने हमेशा आदर किया, कोर्ट ने जिस विषय पर कहा कि इस पर नहीं बोलना है उस पर मैंने नहीं बोला. लेकिन, मेरे प्राइवेट इलाज का, घर पर नोटिस... इन सब बातों पर बोलने का मुझे अधिकार है. उन्होंने कहा कि 14 तारीख को महाराष्ट्र से संकट हटे, इसके लिए हम दिल्ली के कनॉट प्लेस पर बने संकटमोचन मंदिर में जा कर आरती करेंगे.
अमरावती सांसद ने कहा कि हम पर जो 124A लगाया गया, जब देश में ब्रिटिश सरकार थी तो उस समय में सरकार के खिलाफ काम करने वालों पर इसे लगाया जाता था. आज धर्म की बात करने पर ये लग जाता है. आज इस पर रोक लगी है. अगले संसद सत्र में मैं इस पर बोलूंगी, क्योंकि मैं महाराष्ट्र की पहली महिला हूं जिसने इसे भुगता है.
नवनीत ने आगे कहा कि जितनी तकलीफें मुझे दी गई हैं, 23 तारीख़ को मैं विशेषाधिकार समिति के सामने सारे घटनाक्रम का पूरा ब्यौरा दूंगी. उन्होंने कहा कि मैं लड़ने वालों में से हूं डरने वालों में से नहीं. उद्धव ठाकरे कुर्सी के लिए कितना गिर सकते हैं, ये तो उन्होंने उसी दिन साबित कर दिया.
बता दें कि अमरावती की निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके पति रवि राणा को बीएमसी ने मंगलवार को फिर से नोटिस जारी कर दिया है. पिछले दिनों बीएमसी राणा के घर अवैध निर्माण की आशंका को चलते जांच करने पहुंची थी. इस दौरान बीएमसी ने 10 चीजें जो नवनीत राणा के घर में देखीं, जिसको लेकर अब वह आगे की कार्रवाई करेगी. मालूम हो कि कोर्ट से जमानत पर रिहा होने के बाद दोनों सोमवार को मुंबई से दिल्ली पहुंचे थे, जहां उन्होंने लोकसभा स्पीकर से मुलाकात कर घटनाक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी दी थी.