शिमला। हिमाचल अब तक 56 लाख 22 हजार से ज्यादा मतदाता पंजीकृत हो चुके हैं। ये तमाम मतदाता पहली जून को अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने वाले हैं। मतदाताओं के पंजीकरण की प्रक्रिया 14 मई तक जारी रहने वाली है। प्रदेश में कोई भी व्यक्ति जिसने 18 साल की आयु पूरी की है, वह 14 मई तक अपना नाम पंजीकृत करवा सकता है। निर्वाचन विभाग इस अवधि में पंजीकृत होने वाले सभी मतदाताओं को लोकसभा और विधानसभा की सभी छह सीटों में उपचुनाव के दौरान मतदान की मंजूरी देगा। इसके बाद किसी का भी पंजीकरण नहीं होगा। अब तक पूरी हुई पंजीकरण प्रक्रिया में 28 लाख 72 हजार 612 पुरुष और 27 लाख 50 हजार 109 महिलाएं पंजीकृत हो चुकी हैं। निर्वाचन विभाग ने इन मतदाताओं के लिए प्रदेश में 8000 से ज्यादा ईवीएम और वीपीपैट मशीनों का प्रबंध किया है। गौरतलब है कि प्रदेश में करीब 8000 मतदान केंद्र हैं।
इन सभी मतदान केंद्रों में एक ईवीएम और एक वीवीपैट मशीन स्थापित होंगी। कुछ ईवीएम को निर्वाचन विभाग सुरक्षित रखेगा, ताकि किसी मशीन के खराब होने की स्थिति में इनका इस्तेमाल हो सके। धर्मशाला, सुजानपुर, बड़सर, गगरेट, कुटलैहड़ और लाहुल-स्पीति में विधानसभा चुनाव के लिए अलग मशीनें रखी जाएंगी। इन मशीनों को अंतिम जांच प्रक्रिया और नामांकन वापस लेने की तारीख के गुजरने के बाद मतदान केंद्रों में भेजा जाएगा। निर्वाचन विभाग ने एक-एक मतदान केंद्र के लिए एक ईवीएम और एक वीवीपैट तय की है। हालांकि कुछ ईवीएम मुख्यालय में रिजर्व के तौर पर भी रखी जाएंगी। हिमाचल में अंतिम चरण में पहली जून को मतदान होना है, जबकि परिणाम चार जून को सामने आएंगे। ऐसे में ईवीएम को दो दिन तक सुरक्षित रखना होगा। इसके लिए भी निर्वाचन विभाग मेहनत कर रहा है। पहली जून को देर रात तक मतदान प्रक्रिया पूरी होने के बाद सीलबंद कर ईवीएम को सुरक्षित क्षेत्र में लाया जाएगा और चार जून को सुबह मतगणना शुरू होगी। निर्वाचन विभाग ने सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को इस संबंध में तैयारियों के आदेश जारी कर दिए हैं। इसके लिए केंद्रीय अद्र्धसैनिक बल और हिमाचल पुलिस की टुकडिय़ां सुरक्षा में तैनात रहेंगी।