सुशील मोदी के भाई का कोरोना से निधन, अस्पताल में इलाज के दौरान तोड़ा दम
बड़ी खबर.
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भाजपा के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी के 65 वर्षीय छोटे भाई अशोक कुमार मोदी का कोविड 19 से निधन। पटना में उनका इलाज चल रहा था। सुशील मोदी का कहना है कि तमाम कोशिशों के बावजूद छोटे भाई को बचाया नहीं जा सका।
बिहार में कोरोना का कहर अब संक्रमित लोगों के परिजनों पर भी बरपने लगा है। परिजनों की मौत से पहले ही लोग सदमे में जी रहे हैं। अब तो सदमे में मृतकों के अन्य नजदीकी रिश्तेदार भी जान गंवाने लगे हैं। इससे लोगों के घर उजड़ने लगे हैं।
बिहारशरीफ के बिंद के कथराही गांव में बैंककर्मी बेटे के बाद उनके पिता तो हरनौत में शिक्षक भाई के बाद बहन की कोरोना से मौत हो गयी। इनके अन्य परिजनों की भी हालत गंभीर बनी हुई है। इससे इन गांवों में मातमी सन्नाटा छाया हुआ है। कथराही में तो बेटे की मौत की खबर सुनते ही माता-पिता की तबीयत खराब हो गयी थी। इससे पिता की शुक्रवार को मौत हो गयी। जबकि, माता गंभीर रूप से बीमार हैं।
बिन्द के कथराही गांव मे कोरोना के कहर से एक परिवार का घर उजड़ गया। दो दिनों के अंतराल में एक ही परिवार के दो लोगों की मौत हो गई। दो दिन पहले बेटे की मौत हुई थी। शुक्रवार को पिता की मौत हो गयी। जबकि, इस परिवार के एक महिला सदस्य की हालत गंभीर है। परिजनों के क्रंदन से घर में कोहराम मचा है। गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया है। लोगों की आंखें नम हैं।
परिजन आशीष कुमार ने बताया कि मृतक सुरेन्द्र प्रसाद यादव का परिवार काफी खुशहाल था। मृतक के तीन पुत्र हैं। बड़े बेटे जितेन्द्र कुमार पटना में कोचिंग चलाते हैं। दूसरे बेटे धर्मेन्द्र कुमार केनरा बैंक बिहारशरीफ में कार्यरत हैं। जबकि, सबसे छोटे पुत्र दक्षिण मध्य बिहार ग्रामीण बैंक बिहारशरीफ में कार्यरत थे। पत्नी संगीता देवी कथराही पोस्ट ऑफिस में पोस्टमास्टर के पद पर कार्यरत हैं।
दो सप्ताह पहले बिहारशरीफ केनरा बैंक में पदस्थापित धर्मेन्द्र कुमार कोरोना पॉजिटिव हो गए। उसके कुछ दिन बाद ही उसके छोटे भाई ग्रामीण बैंक मे कार्यरत वीरेन्द्र कुमार पॉजिटिव हो गए। दोनों का इलाज चल रहा था। इलाज के बाद धर्मेन्द्र की जांच रिपोर्ट निगेटिव आयी। लेकिन, छोटे भाई वीरेन्द्र की सोमवार को पटना में इलाज के दौरान मौत हो गई। पहले से बीमार चल रहे पिता को पुत्र की मौत की खबर मिलते ही उनकी तबीयत काफी बिगड़ गयी। इलाज के लिए बड़ी पहाड़ी के निजी क्लीनिक में भर्ती कराया।
डॉक्टरों ने बेहतर इलाज के लिए पावापुरी विम्स में रेफर कर दिया। वहां गुरुवार की शाम इलाज के दौरान उनकी भी मौत हो गई। कोरोना ने इस हंसते-खेलते घर को उजाड़ दिया। बेटे की मौत की खबर से मृतक की पत्नी संगीता देवी की तबीयत काफी बिगड़ गयी है। हालत चिंताजनक बनी हुई है। उनका इलाज चल रहा है। पति की मौत की जानकारी संगीता को नहीं दी गई है। सुरेन्द्र की मौत के बाद सभी परिवारों का कोरोना जांच के लिए सैंपल लिया गया है। लेकिन, अभी तक जांच रिपोर्ट नहीं आयी है। दो दिनों में दो परिजनों को खोने के बाद पूरा परिवार सदमे में है। पूर्व जिला परिषद सदस्य गनौरी यादव ने कहा कि कोरोना ने एक परिवार की खुशियों को खत्म कर दिया है।