मोदी सरकार महामारी से प्रभावित लोगों को मुफ्त टीके और राशन पर 1.45 लाख करोड़ करेगी खर्च

कोरोना महामारी की दूसरी लहर से बुरी तरह प्रभावित लोगों को मुफ्त राशन देने

Update: 2021-06-08 18:23 GMT

कोरोना महामारी की दूसरी लहर से बुरी तरह प्रभावित लोगों को मुफ्त राशन देने और नि:शुल्क टीका लगाने पर सरकार को 1.45 लाख करोड़ रुपये खर्च करने पड़ेंगे।

बजट में टीकाकरण के लिए 35,000 करोड़ रुपये आवंटित किए गए थे
सूत्रों ने बताया कि चालू वित्त वर्ष के बजट में टीकाकरण के लिए 35,000 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया था। अब प्रधानमंत्री की सभी को मुफ्त टीका देने की घोषणा के बाद इस मद में 45,000 से 50,000 करोड़ रुपये की लागत आ सकती है।
80 करोड़ देशवासियों को नवंबर तक मिलेगा मुफ्त राशन
इसी तरह सरकार नवंबर तक लगभग 80 करोड़ देशवासियों को मुफ्त राशन देगी। इसके तहत हर महीने प्रत्येक व्यक्ति के हिसाब से पांच किलोग्राम गेहूं या चावल और एक किलोग्राम दाल का वितरण किया जाता है। इस मद में सरकार को 1.10 लाख करोड़ से 1.30 लाख करोड़ रुपये के बीच खर्च करना पड़ेगा। दोनों मद में औसत 1.45 लाख करोड़ रुपये अतिरिक्त खर्च आने का अनुमान है।
सरकार को आरबीआई से 99122 करोड़ रुपये का लाभांश मिलने की उम्मीद
सूत्रों ने कहा कि सरकार को भारतीय रिजर्व बैंक से करीब 99122 करोड़ रुपये का लाभांश मिलने की उम्मीद है। इसके अलावा पेट्रोल-डीजल की बिक्री से उसे टैक्स भी मिलेगा। इसलिए उसे उम्मीद है कि राशन और टीके पर होने वाले खर्च की व्यवस्था इससे हो जाएगी।


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