Mock drill हूटर बजते ही मुसीबत से लड़ाई

Update: 2024-06-15 10:15 GMT
Dharmashaala. धर्मशाला। जिला कांगड़ा में आपदा से बचाव के लिए जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से तैयार आपदा प्रबंधन प्लान को धरातल पर परखने के लिए जिला भर में मॉक ड्रिल आयोजित की गई। शुक्रवार को सुबह नौ बजे मॉक ड्रिल के दौरान हूटर बजते ही आपदा प्रबंधन से संबंधित सभी दल पुलिस ग्राउंड स्टैजिंग एरिया में डट गए। जिला प्रशासन ने पूरी मॉक ड्रिल को वास्तविक घटना की तरह लेकर ही अपनी प्रतिक्रिया की। हालांकि आपदा से निपटने की तैयारियों को लेकर कई-कई हल्की कमियां भी जरूर देखने को मिली। उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि इस मॉक ड्रिल का मकसद आपदा के समय में जिला प्रशासन की आपातकालीन प्रतिक्रिया योजना और मानक संचालन प्रक्रियाओं का मूल्यांकन करना था। इसमें प्रतिक्रिया में लगने वाले समय, समन्वय में गैप समेत
अन्य कमियों को जांचा गया।
इसके साथ ही फील्ड में आने वाली व्यावहारिक समस्याओं की पहचान की गई। इससे प्राप्त सीख और अनुभव के आधार पर आगे सुधारात्मक कदम उठा कर आपदा प्रबंधन योजना को और कारगर बनाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि बरसात का मौसम आने को है और इसमें संभावित भारी बारिश, बाढ़, बादल फटना, भूस्खलन और नदियों के जलस्तर में बढ़ौतरी से आपदा की स्थिति बनती है। ऐसे में जन सुरक्षा तय बनाने और आपदा से होने वाले संभावित नुकसान को कम करने के लिए अधिकारियों को आपदा प्रबंधन की दृष्टि से अपने दायित्वों की जानकारी, विभागों की आवश्यक पूर्व तैयारी और मुस्तैदी बहुत आवश्यक है। इसमें यह मॉक ड्रिल बहुत सहायक रही। अधिकारियों की आपदा प्रबंधन को लेकर क्षमता विकास में भी यह अभ्यास मददगार है। उपायुक्त हेमराज बैरवा ने बताया कि कांगड़ा जिला के सभी उपमंडलों में भी बाढ़ तथा भूस्खलन को लेकर मॉक ड्रिल आयोजित की गई है।
Tags:    

Similar News