प्रतापगढ़ में घूमेंगी मोबाइल वैन, लोग करा सकेंगे खाने-पीने की चीजों की जांच

Update: 2023-08-23 11:07 GMT
प्रतापगढ। प्रतापगढ़आपके घर पर दूध सही आ रहा या नहीं। बाजार से खरीदकर लाए मसाले, तेल, घी गुणवत्तायुक्त हैं या नहीं, अब यह जांच आपके गली मोहल्ले में आपके सामने ही हो जाएगी। इसके लिए चित्तौड़ प्रतापगढ़ के लिए एक मोबाइल फूड टेस्टिंग लैब मंगाई गई है। दोनों जिलों में यह लैब चिकित्सा विभाग के टाइम टेबल के अनुसार संचालित होगी। शुद्ध के तहत युद्ध अभियान के तहत सरकार ने चुनिंदा जिलों के लिए मोबाइल फूड टेस्टिंग लैब खरीदी है। प्रत्येक वाहन पर सरकार ने 50 लाख का बजट खर्च किया है। चित्तौड़ एवं प्रतापगढ़ दोनों जिलों के लिए एक मोबाइल लैब आबंटित हुई है। इस लैब में घर में काम आने वाले मसाले, दूध, घी, पनीर, तेल व घी सहित विविध रोजमर्रा काम में आने वाली खाद्य सामग्री की प्राथमिक स्तर पर जांच हो सकेगी। प्रत्येक टेस्टिंग में करीब आधे घंटे का प्रोसेस लगेगा। दो जिलों के बीच एक ही मोबाइल वाहन होने से चिकित्सा विभाग द्वारा इसका रूट चार्ट बनाया जाएगा।
इससे पहले इसका प्रचार प्रसार भी किया जाएगा ताकि जिस गली या मोहल्ले में मोबाइल वाहन जाएगा उस क्षेत्र के लोगों को पहले से पता चल सके और वे खाद्य पदार्थों की जांच करवा सकें। रक्षाबंधन पर्व के कुछ दिन रह गए है। अब बाजारों में इसकी रौनक दिखने लगी है। दुकानदारों ने रंग-बिरंगी राखियों के साथ शामियाना लगे काउंटर आगे तक सजा दिए हैं। जिन पर ट्रेडिशनल के साथ नई वैरायटी और डिजाइन की राखियां आकर्षित कर रही है। बाजार में फिलहाल वे महिलाएं अधिक शॉपिंग कर रहीं हैं, जिनके भाई बाहर रहते हैं और उन तक राखी का पार्सल भेजना है । राखियों की स्टाइल और लुक में भी बदलाव आने लगे हैं। कई नई डिजाइनें हैं। इस बार देवी-देवताओं की मूर्ति लगी राखियां पसंद की जा रही हैं। बाजार में राखियों के साथ अन्य उपहार, साड़ियां, कपड़े की बिक्री भी बढ़ गई। परंपरा के लिहाज से बाजार में आज भी गुलाब वाली राखियां भी शामिल है। ग्रामीण क्षेत्र के अलावा लोग अपने वाहनों पर भी ये राखी बांधते हैं।
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