मोबाइल ऋण ऐप घोटाला, मास्टरमाइंड के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी

जांच जारी

Update: 2022-07-13 01:10 GMT

भुवनेश्वर। ओडिशा पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा इओडब्ल्यू (EOW) के अनुरोध पर ब्यूरो आफ इमिग्रेशन ने मोबाइल लोन एप घोटाले में एक चीनी नागरिक के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया है। ओडिशा के डीआइजी जेएन पंकज ने इस मामले की जानकारी दी है। जेएन पंकज ने बताया, 'इओडब्ल्यू ने आइपीसी की विभिन्न धाराओं और आईटी अधिनियम की धारा 66 डी के तहत लियू यी (Liu Yi) पर मुकदमा दर्ज किया है। वह कोको लोन, जोजो लोन, गोल्डन लाइटनिंग लोन, सिल्वर क्रेडिट लोन, गोल्ड कैश लोन, स्पीडी रुपए लोन जैसे कई अवैध मोबाइल लोन ऐप चलाता था।'

गौरतलब है कि अकेले एक ऐप को 1.5 लाख से ज्यादा बार डाउनलोड किए जा चुके हैं। यह संदेह है कि उसनें देश भर में लाखों लोगों को धोखा दिया है। विशेष रूप से छोटे ऋणों की आवश्यकता वाले निम्न-मध्यम वर्ग के लोगों को उसने धोखा दिया है। यी ने 2019 में बैंगलोर से भारत में अपना अवैध कारोबार शुरू किया। उसकी मूल कंपनी हांग्जो चीन में जियानबिंग टेक्नोलाजी थी। पुलिस विज्ञप्ति के अनुसार वह ओम्लेट टेक्नोलाजी प्राइवेट लिमिटेड का निदेशक है, लेकिन परोक्ष रूप से आईडब्ल्यूटी इंडिया, ओशन ट्रेडिंग, येलो ट्यून टेक्नोलाजीज प्राइवेट लिमिटेड और टेकलाइट डेवलपमेंट प्राइवेट लिमिटेड सहित कंपनियों का मालिक है।

इओडब्ल्यू अधिकारियों के अनुसार, कम से कम दो और चीनी व्यक्ति हैं जो उसके घोटाले में उसकी सहायता करते थे। वे अपने कर्मचारियों या किसी कमजोर या जरूरतमंद लोगों को शेल कंपनियों का निदेशक बनाते थे लेकिन वास्तव में वे लोग कंपनियों और बैंक खातों को नियंत्रित / संचालित करते थे। उन लोगों नें कर्जदारों को धमकी देने के लिए कई काल सेंटरों का भी इंतजाम किया था।

इओडब्ल्यू ने आगे बताया, 'संदेह है कि यह लोग अन्य देशों में भी विशेष रूप से थाईलैंड में इस तरह के अवैध ऋण एप चला रहे हैं। बता दें कि इओडब्ल्यू की एक विज्ञप्ति के अनुसार, उसने यी के पांच साथी आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया है और उसकी अवैध गतिविधियों के संबंध में कई राज्यों की पुलिस के साथ संपर्क में है। ईओडब्ल्यू ने मुंबई, बंगलुरू और दिल्ली में छापे मारे हैं और 6.57 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति के लेनदेन पर रोक लगा दी है।



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