मंत्री के बोल, जिन लोगों को स्कूली शिक्षा पसंद नहीं, वो यहां से चले जाएं
नई दिल्ली: गुजरात के मंत्री जीतू वघानी ने कहा कि जिन लोगों को गुजरात में स्कूली शिक्षा पसंद नहीं है, उन्हें अपने बच्चों के प्रमाण पत्र लेने चाहिए और जिस राज्य या देश में जाना पसंद है, वहां चले जाएं. शिक्षा मंत्री वघानी राजकोट में एक स्कूल भवन का उद्घाटन करने के बाद सभा को संबोधित कर रहे थे. समारोह में कई स्कूली बच्चों के अभिभावकों ने भाग लिया.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, उन्होंने कहा कि गुजरात में रहे और पले-बढ़े लोग अब स्कूली शिक्षा के मामले में अन्य राज्यों को बेहतर पा रहे हैं. ऐसे में जिन्हें भी राज्य की स्कूल शिक्षा से शिकायत है, वे इसकी आलोचना करने के बजाय दूसरे राज्य चले जाएं.
शिक्षा मंत्री ने स्पष्ट रूप से गुजरात में सरकारी स्कूलों की गुणवत्ता के बारे में आम आदमी पार्टी (आप) की आलोचना पर पलटवार करते हुए ये बयान दिया, उन्होंने कहा, "कुछ लोग गुजरात में रहते थे, यहीं पले-बढ़े, उनके बच्चे यहां पढ़े, उन्होंने यहां कारोबार किया... जो भी राज्य या देश आपको बेहतर लगे, अपने बच्चे का (स्कूल छोड़ने का) प्रमाण पत्र लेने के बाद वहां चले जाएं." उन्होंने आगे कहा, ''मैं विरोध करने की मानसिकता रखने वाले लोगों से कहना चाहता हूं कि अगर उन्हें लगता है कि यहां सब कुछ खराब है तो यहां एक पल के लिए भी इंतजार न करें."
उन्होंने कहा कि शिक्षा में सुधार के उपाय सुझाए जा सकते हैं, लेकिन सरकारी स्कूलों के बारे में ऐसा कुछ नहीं कहना चाहिए जिससे माता-पिता और छात्र असहाय महसूस करें. उन्होंने कहा, 'मैं गर्व के साथ कह सकता हूं कि गुणवत्तापूर्ण और शिक्षित शिक्षक निजी (स्कूलों) में नहीं, बल्कि सरकारी स्कूलों में हैं.'
दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने हाल ही में वघानी को गुजरात और दिल्ली में शिक्षा प्रणाली पर बहस के लिए चुनौती दी थी. इसके बार राज्य भाजपा इकाई ने अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार की शिक्षा प्रणाली की आलोचना करने वाले कई ट्वीट किए थे. हाल ही में, केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अहमदाबाद में एक रोड शो किया, जिसमें पार्टी का लक्ष्य इस साल दिसंबर में होने वाले गुजरात विधानसभा चुनाव में सभी सीटों पर चुनाव लड़ना था.