विष्‍णुपद मंदिर में घुसे मंत्री इसराइल मंसूरी, मचा बवाल, बीजेपी ने कही यह बात

Update: 2022-08-23 04:29 GMT

न्यूज़ क्रडिट: हिंदुस्तान

गया: बिहार के गया में स्थित प्रसिद्ध विष्णुपद मंदिर में मंत्री इसराइल मंसूरी के प्रवेश से विवाद हो गया है। मंदिर में गैर-हिंदुओं के प्रवेश की मनाही है। सीएम नीतीश कुमार ने सोमवार को विष्णुपद मंदिर में पहुंच कर पूजा-अर्चना की। इस दौरान मंत्री इसराइल मंसूरी भी उनके साथ मौजूद रहे। मुस्लिम मंदिर के मंदिर में प्रवेश पर कमेटी ने आपत्ति जताई है। बीजेपी विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने सीएम नीतीश कुमार से माफी मांगने की मांग की है।

बिहार सरकार में सूचना प्रोद्योगिकी मंत्री इसराइल मंसूरी ने सोमवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि उनका सौभाग्य है कि उन्हें विष्णुपद मंदिर में दर्शन करने का मौका मिला। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मंदिर में पूजा-अर्चना करते हुए फोटो सामने आई, जिसमें मंत्री इसराइल मंसूरी भी पीछे खड़े हुए दिखाई दे रहे हैं।
मंदिर कमेटी के अध्यक्ष बिट्ठल ने इस पर नाराजगी जताई है। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि मंदिर में गैर हिंदुओं का प्रवेश वर्जित है। यह परंपरा कब से चली आ रही है। उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि मुख्यमंत्री के साथ कोई मुस्लिम मंत्री भी है। अगर पता होता तो वे उन्हें मंदिर में प्रवेश नहीं करने दिया जाता। बताया जा रहा है कि मंत्री इसराइल मंसूरी के जाने के बाद पंडों ने भगवान से क्षमा मांगी और गर्भ गृह का शुद्धिकरण किया।
बता दें कि सीएम नीतीश कुमार सोमवार को गया आए थे। इस दौरान उन्होंने पितृपक्ष मेला क्षेत्र के विभिन्न स्थलों का दौरा किया। उन्होंने विष्णुपद मंदिर में पूजा-अर्चना कर राज्य की सुख-शांति एवं समृद्धि की कामना की। इसराइल मंसूरी गया के प्रभारी मंत्री हैं, इसलिए सीएम के साथ वे भी मौजूद रहे।
बीजेपी विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने इस मामले पर सीएम नीतीश कुमार से माफी मांगने की मांग की है। उन्होंने कहा कि सीएम ने करोड़ों हिंदुओं की भावनाएं आहत की है। मंदिर में स्पष्ट लिखा है कि दूसरे धर्म के लोग नहीं प्रवेश कर सकते हैं। बीजेपी विधायक ने कहा कि मंत्री इसराइल मंसूरी को बर्खास्त किया जाए।
गया के प्रसिद्ध विष्णुपद मंदिर में भगवान विष्णु के चरण हैं। पितृपक्ष मेले के दौरान यहां भारी भीड़ उमड़ती है। लाखों लोग पितरों का तर्पण करके भगवान विष्णु के चरणों का दर्शन करते हैं। मान्यता है कि ऐसा करने से उनके पूर्वजों को स्वर्ग की प्राप्ति होती है। मंदिर के बाहर लगे बोर्ड पर लिखा है कि इसमें गैर हिंदुओं का प्रवेश वर्जित है।

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