किसान नेताओं और करनाल प्रशासन के बीच हुई बैठक... अधिकारियों ने एसडीएम आयुष सिन्हा को बर्खास्त करने से किया इनकार
हरियाणा के करनाल में किसानों का आंदोलन खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. कल से ही किसान लघु सचिवालय के बाहर डटे हुए हैं
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | हरियाणा के करनाल में किसानों का आंदोलन खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. कल से ही किसान लघु सचिवालय के बाहर डटे हुए हैं. जबकि प्रशासन किसानों को वहां से हटाने के लिए पूरी कोशिश कर रहा है. इसी बीच खबर है कि बुधवार को भी किसान नेताओं और करनाल प्रशासन के बीच हुई बैठक (Meeting) में कोई नतीजा नहीं निकला. प्रशासनिक अधिकारियों नेएसडीएम आयुष सिन्हा को बर्खास्त करने से इनकार कर दिया है. वहीं, बैठक से निकलने के बाद बीकेयू नेता राकेश टिकैत (Rakesh Ticket) ने कहा कि प्रशासनिक अधिकारियों से वार्ता विफल रही, लेकिन धरना जारी रहेगा.
राकेश टिकैत ने कहा कि आज अधिकारियों के साथ तीन घंटे तक बैठक हुई, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला. जबकि कल भी दो घंटे मीटिंग हुई थी. उन्होंने कहा कि वो एसडीएम आयुष सिन्हा के खिलाफ मुकदमा लिखने और उन्हें सस्पेंड करने को तैयार नहीं हैं. ऐसे में हमारा धरना जारी रहेगा. उनकी मानें तो इस धरने में यूपी और पंजाब से भी लोग आएंगे. जबकि दिल्ली का धरना पहले की तरह ही जारी रहेगा. टिकैत ने कहा कि वे अब यहां पर भी मोर्चा खोल देंगे. उन्होंने कहा कि जब तक आरोपी एसडीएम आयुष सिन्हा के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती तब तक धरना जारी रहेगा. उनकी मानें तो सचिवालय ही धरना स्थल रहेगा. पर सचिवालय का काम भी चलता रहेगा. साथ ही आम आदमी को कोई तकलीफ न हो इसका ध्यान रखा जाएगा.
हमारी दूसरे दिन की बातचीत असफल रही
वहीं, योगेंद्र यादव ने कहा कि हमे अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है हमारी दूसरे दिन की बातचीत असफल रही. सरकार की असंवेदनशीलता में रत्ती भर भी परिवर्तन नहीं आया है. किसानों की मांग थी एसडीएम आयुष सिन्हा पर 307 और 302 का मुकदमा दर्ज हो. पर सरकार कोई कार्रवाई करने को तैयार नहीं है. उन्होंने कहा कि जिस अफसर ने आदेश दिया था उसे बर्खास्त किया जाए, पर सरकार सस्पेंड करने को तैयार नहीं है. मतलब इसके पीछे मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का हाथ था.