मेडिकल की छात्रा गिरफ्तार, दूसरे की जगह दे रही थी नीट की परीक्षा
बड़ा खुलासा
वाराणसी के सारनाथ में नीट 2021 परीक्षा के एक सॉल्वर गैंग का खुलासा हुआ है। पुलिस ने बीएचयू मेडिकल की छात्रा सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है। यह छात्रा सारनाथ स्थित सेंट फ्रांसिस स्कूल में रविवार को हुए नीट की परीक्षा के दौरान दूसरे के जगह परीक्षा दे रही थी। कक्ष निरीक्षक को संदेह होने पर पुलिस सूचना दी गई। पूछताछ के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लियाा। बताया जा रहा है वह पटना के संदलपुर वैष्णव कॉलोनी की रहने वाली है। इसके पिता सब्जी बेचते हैं, पैसे के लालच में माँ ने इसे सॉल्वर बनने पर राजी किया।
पुलिस ने जांच में पाया कि सॉल्वर बनी छात्रा और मूल अभ्यर्थी का चेहरा मिलता जुलता था। गैंग ने इसी का फायदा उठाया और फ़ोटो शॉप से एडमिट कार्ड के फ़ोटो चेंज किए। पकड़ी न जाये इसलिए सैकड़ो बार मूल अभ्यर्थी के हस्ताक्षर का अभ्यास कराया गया। पुलिस ने पाया कि गैंग में केजीएमयू का एक डॉक्टर भी शामिल है। छात्रा के साथ उसकी मां भी गिरफ्तार की गई है। गैंग का मास्टर माइंड पटना का कोई "PK" बताया जा रहा है। गैंग में KGMU का एक डॉक्टर भी शामिल है, जिसकी अहम भूमिका है। पूर्वोत्तर राज्यों तक इनका नेटवर्क फैला है। वाराणासी पुलिस छापेमारी कर रही है। कमिश्नरेट द्वारा NEET के अधिकारियों को जानकारी दी गई है। वाराणसी के पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश ने बताया कि नीट परीक्षा में सॉल्वर गैंग के ऊपर नजर रखने के लिए क्राइम ब्रांच की टीम गठित की गई थी। इसी टीम ने नीट परीक्षा के लिए सारनाथ स्थित एक सेंटर पर संदेह के आधार पर लड़की को पकड़ा है। जांच में पता चला की लड़की दूसरे के स्थान पर परीक्षा दे रही थी। पुलिस कमिश्नर के मुताबिक यह डील 5 लाख रुपये में हुई थी। लड़की ने अपने आप को बीएचयू की छात्रा बताया है। इस मामले पर लड़की की जानकारी ली जा रही है। साथ ही इस गैंग को पकड़ने के लिए भी पूछताछ जारी है। ज्ञात हो कि वाराणसी में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की ओर से आयोजित नीट की परीक्षा रविवार को दोपहर दो बजे से शाम पांच बजे तक हुई। जिले के 53 केंद्रों पर करीब 30,000 अभ्यर्थी पंजीकृत थे। नीट की इस परीक्षा में परीक्षार्थियों की करीब 86 फीसद उपस्थिति रही।