गगरेट। गगरेट में नशे का रैकेट चलाने वाले पार्षद की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। स्वास्थ्य विभाग ने मंगलवार को किसी अन्य व्यक्ति के नाम पर पार्षद द्वारा चलाए जा रहे मेडिकल स्टोर को भी सील कर दिया। गगरेट में एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स व पुलिस द्वारा नशीली दवाइयों के रैकेट का भंडाफोड़ किए जाने के बाद सिलसिले बार हो रही जांच में कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। नशे का रैकेट चला रहा पार्षद इतना शातिर था कि उसने कोई काम अपने नाम से नहीं किया। अन्य व्यक्ति के नाम से नशीली दवाइयां मंगवाने के साथ ही वह गगरेट में एक मेडिकल स्टोर का भी संचालन कर रहा था जिसका लाइसैंस भी किसी अन्य व्यक्ति के नाम पर है। ड्रग इंस्पैक्टर ने पार्षद के मेडिकल स्टोर में रखे स्टॉक व रिकॉर्ड की गहनता से जांच की। इस दौरान 5 दवाइयां ऐसी पाई गई जिसके लिए ड्रग विभाग द्वारा विशेष नियम तय किए गए हैं। इन सभी दवाइयों के सैंपल को जब्त कर लिया है और जांच पूरी किए जाने तक मेडिकल स्टोर को पुलिस की मौजूदगी में सील कर दिया।
इससे पहले यह मेडिकल स्टोर सिद्धि विनायक के नाम से संचालित किया जाता था परन्तु उसके बाद यह स्टोर विवादों में आ गया और इसका नाम बदल कर एमबी मेडिसिन एंड कॉस्मैटिक कर दिया गया था। हालांकि जांच के दौरान कुछ दवाइयों को कब्जे में भी लिया गया है जिनके संबंध में स्टोर में मौजूद व्यक्ति उचित जवाब नहीं दे पाया। हालांकि जिस व्यक्ति के लाइसैंस के नाम पर यह मेडिकल स्टोर चल रहा था उसने अपना लाइसैंस सरैंडर कर दिया है। अब दत्ता मेडिकल स्टोर की भी जांच की जाएगी ताकि वहां पर मौजूद स्टॉक और रिकॉर्ड का पता चल सके। एसपी अर्जित सेन ठाकुर ने बताया कि अभी विधानसभा का सत्र चल रहा है। वह इस मामले में अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं दे सकते। प्रतिबंधित दवाइयों की तस्करी के मामले में गिरफ्तार दत्ता मेडिकल स्टोर के संचालक के मेडिकल स्टोर के बाहर तैनात होमगार्ड जवान के नशे में पाए जाने पर पुलिस ने उसका मेडिकल करवाकर ड्यूटी से हटा दिया है। डीएसपी वसुधा सूद ने बताया कि इस मामले की सारी रिपोर्ट एसपी ऊना को दी है, वही आगामी कार्रवाई के लिए कमांडैंट होमगार्ड को लिखेंगे।