नई तकनीक से जी उठेंगे मेडिकल कालेज-स्कूल भवन

Update: 2024-05-13 10:07 GMT
नाहन। तकनीकी युग में अब बेजान व जर्जर भवनों को भी आगामी 50 वर्षों के लिए सुदृढ़ किया जा सकेगा। वहीं रेक्टोफिटिंग एंड स्ट्रेंथनिंग टेक्रीक से ऐसा संभव होगा। जिला सिरमौर में भी लोक निर्माण विभाग जिला में ऐसी दो सरकारी बिल्डिंग को रेक्टोफिटिंग एवं स्ट्रेथनिंग टेक्नीक से मजबूत करेगा। जिला सिरमौर में नई तकनीक से जिला मुख्यालय नाहन के डा. वाईएस परमार मेडिकल कालेज भवन के ओल्ड ओपीडी भवन, ओल्ड ओपीडी ब्लॉक के अलावा डा. वाईएस परमार सीनियर सेकेंडरी स्कूल ददाहू को रेक्टोफिटिंग एंड स्ट्रेथनिंग तकनीक से रिपेयर व स्ट्रेंथ के लिए चयनित किया गया है। जानकारी के अनुसार रेक्टोफिटिंग एंड स्ट्रेथनिंग टेक्रीक से जिला के दो भवन के लिए बाकायदा प्रदेश सरकार से भी स्वीकृति व बजट का प्रावधान हो चुका है। बता दें कि जिला मुख्यालय नाहन स्थित मेडिकल कालेज की ओल्ड ओपीडी व इंडोर ब्लॉक लगभग 50 वर्ष पुराने हैं।

जबकि वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल ददाहू का भवन 1940 के लगभग का निर्मित है जोकि वर्तमान दौर में अब पुराना व जर्जर हो चुके हैं। तकनीक के मुताबिक पुराने भवन को कॉलम, स्लैब, प्लास्टर की कैमिकल से रिपेयरिंग होगी, जिसमें अतिरिक्त स्टील का इस्तेमाल किया जाएगा। लोक निर्माण विभाग सिरमौर के अधिकारियों के अनुसार तकनीक में कंकरीट जैटिंग का इस्तेमाल होगा यानी कि कंकरीट की बुलेट के तौर पर खास मशीनों व खास तकनीकी निपुणता वाली लेबर से ही यह कार्य पूरे करवाए जाएंगे। जानकारी के अनुसार रेक्टोफिटिंग, कंकरीट जैटिंग में साधारण लेबर का कार्य नहीं होगा। वहीं कंकरीट बुलेट बनाने के लिए भी खास मशीनें ही लाई जाएंगी। जिला सिरमौर में मेडिकल कालेज के दो भवनों के अलावा ददाहू वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला को इस तकनीक से मजबूती प्रदान की जाएगी जोकि आगामी 50 वर्षों के लिए सुदुढ़ हो जाएगी। जानकारी के अनुसार मेडिकल कालेज नाहन के लिए रेक्टोफिटिंग एंड स्ट्रेथनिंग तकनीक से सुदृढ़ व रिपेयर करने के लिए तीन करोड़, जबकि ददाहू वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला के लिए 75 लाख की राशि से तैयार किया जाएगा। उधर लोकनिर्माण विभाग का कहना है कि चुनाव आचार संहिता के पश्चात इस कार्य को आरंभ किया जाएगा।
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