Mumbai मुंबई। उत्तर प्रदेश (यूपी) पुलिस को दो साल से अधिक समय तक चकमा देने के बाद, 50,000 रुपये के इनामी खूंखार गैंगस्टर को मीरा भयंदर-वसई विरार (एमबीवीवी) पुलिस से जुड़े नायगांव पुलिस स्टेशन की अपराध जांच इकाई ने आखिरकार वसई से गिरफ्तार कर लिया।गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के सीतामढ़ी के मूल निवासी रहीमुल इब्राहिम अंसारी (32) के रूप में पहचाने जाने वाले गैंगस्टर पर 50,000 रुपये का इनाम था। पुलिस के अनुसार, अंसारी चार सदस्यीय गिरोह का नेतृत्व करता था, जो यूपी के विभिन्न हिस्सों में खड़ी कारों की खिड़कियां तोड़कर उनसे कीमती सामान चुराता था। इलाके में गिरोह का इतना आतंक था कि कोई भी चश्मदीद उनके खिलाफ गवाही देने के लिए आगे नहीं आया।
जिला कलेक्टर से अनुमति मिलने के बाद, कोतवाली पुलिस स्टेशन के अधिकारियों ने गिरोह के सदस्यों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट की कड़ी धाराएं लगाईं। जबकि उसके तीन साथियों को अपराध में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था, अंसारी दो साल से अधिक समय से फरार था।एमबीवीवी पुलिस को हाल ही में उत्तर प्रदेश पुलिस से जुड़ी स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की प्रयागराज फील्ड यूनिट से सूचना मिली थी कि अंसारी वसई में किसी स्थान पर छिपा हुआ है। मुखबिर नेटवर्क और इलेक्ट्रॉनिक निगरानी से मिले इनपुट के आधार पर, एमबीवीवी पुलिस टीम ने अपने एसटीएफ (यूपी) समकक्षों के साथ मिलकर गुरुवार को वसई के चिंचोटी इलाके से अंसारी को गिरफ्तार कर लिया। जांच में पता चला कि अंसारी 2016 में वसई और विरार इलाकों में चोरी और अन्य अपराधों के 27 मामलों में शामिल था। अंसारी को अदालत में पेश किया गया, जिसने उत्तर प्रदेश पुलिस को उसकी ट्रांजिट रिमांड दे दी।
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