पालमपुर। नशे की रोकथाम को लेकर प्रदेश में छेड़ी गई मुहिम के चलते इस साल पहले आठ माह में ही एनडीपीएस के तहत दर्ज मामलों ने पिछले सारे रिकार्ड तोड़ दिए है। प्रदेश में अगस्त के महीने तक एनडीपीएस की विभिन्न धाराओं के तहत कुल 1574 मामले दर्ज किए जा चुके है, जो कि पिछले कुछ वर्षों के पूरे साल के आंकड़े को पार कर गए है। इन मामलों में दो क्विंटल से ज्यादा चरस सहित भारी मात्रा में अन्य नशीले पदार्थ जब्त किए है। कांगड़ा जिला के पंचरुखी थाना क्षेत्र के तहत पुलिस ने रविवार रात को एक किलो से ज्यादा चरस बरामद कर नशे के कारोबारियों पर बड़ा अटैक किया है। प्रदेश में नशे खासकर चिट्टे का कारोबार पैर पसार रहा है और जनता इसके खिलाफ आवाज उठाने लगी है।
2020 के बाद से प्रदेश में हर साल एनडीपीएस की धाराओं के तहत दर्ज हो रहे मामलों का आंकड़ा डेढ़ हजार से ज्यादा रहा है। 2020 में 1538, 2021 में 1537 और 2022 में 1517 मामले दर्ज हुए थे, जबकि इस साल अगस्त माह तक ही एनडीपीएस के दर्ज मामलों का आंकड़ा 1574 तक जा पहुंचा है। इन मामलों में 226.26 किलो चरस, 568.49 किलो पोपी हस्क और 103.64 किलो गांजा के साथ भारी मात्रा में अन्य नशीले पदार्थ प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर पुलिस ने बरामद किए है। अगस्त माह तक दर्ज कुल 1574 मामलों में से सबसे अधिक 334 मामले जिला शिमला में दर्ज हुए है। जिला मंडी में 185 व कुल्लू 169 मामले दर्ज हो चुके है। अगस्त माह तक जिला कांगड़ा में एनडीपीएस के तहत 128 मामले दर्ज किए जा चुके है। पंचरुखी पुलिस ने एक किलो से ज्याद चरस पकड़ कर बड़ी सफलता हासिल की है। नशे के खिलाफ लोगों ने सोशल नेटवर्क साइट्स के माध्यम से भी जागरूकता फैलानी शुरू की है।