मथुरा: मुसलमान दुकानदार ने बदला नाम, रखा अमेरिकन डोसा

Update: 2021-08-31 15:07 GMT

मथुरा के विकास मार्केट में श्रीनाथ डोसा के नाम से दुकान चलाने वाले मुसलमान दुकानदार ने अपनी दुकान का नाम अमेरिकन डोसा रख लिया है। कुछ दिन पहले हिन्दुवादी युवकों ने दुकानदार से मारपीट, तोड़फोड़ और बदतमीजी की थी। मुसलमान युवक के श्रीनाथ के नाम से दुकान चलाने का युवकों ने विरोध किया था। मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो तीन दिन पहले शनिवार को पुलिस ने भी खुद संज्ञान लिया और दुकानदार की तहरीर पर अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। इसी बीच दुकानदार ने अपनी दुकान के नाम से श्रीनाथ का नाम हटा कर अमेरिकन शब्द जोड़ दिया है।

मारपीट की घटना वैसे तो 18 अगस्त को हुई लेकिन वीडियो पिछले सप्ताह सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। वीडियो में कई आपत्तिजनक नारे भी सुनाई दे रहे थे। वीडियो वायरल होने के बाद शनिवार को दुकानदार इरफान ने कोतवाली पुलिस स्टेशन में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस की मानें तो इसी मार्केट में एक अन्य डोसा स्टॉल दुकानदार भी श्रीनाथजी साउंथ इंडियन डोसा कॉर्नर के नाम से दुकान चलाता है। इरफान की दुकान ज्यादा चलती थी इसलिए उसी की शह पर हिन्दुवादी युवकों ने इरफान के स्टॉल पर तोड़फोड़ और मारपीट की।

द प्रिंट के अनुसार कोतवाली पुलिस स्टेशन एसएचओ सूरज प्रकाश शर्मा ने कहा कि'हमने इलाके की सीसीटीवी फुटेज निकाली है और वायरल वीडियो में दिख रहे लोगों की शिनाख़्त करने की कोशिश कर रहे हैं। मथुरा पुलिस ने भी डीएसपी वरुण कुमार सिंह की ओर से एक वीडियो बयान ट्विटर पर पोस्ट किया। उन्होंने कहा कि विकास मार्केट में श्रीनाथ डोसा कॉर्नर पर कुछ अज्ञात व्यक्तियों द्वारा अभद्र शब्द प्रयोग किए गए। पुलिस फिलहाल उन अज्ञात व्यक्तियों के बारे में जानकारी जुटा रही है और स्टॉल के मालिकों और वर्कर्स से पूछताछ कर रही है। इरफान की एफआईआर में कहा गया है कि करीब दो महीने पहले ये स्टॉल राहुल ठाकुर नाम के एक व्यक्ति को बेच दिया गया था। जो स्टॉल चलाने के लिए मुस्लिम भाइयों को प्रतिदिन 400 रुपए देता है।

विश्व हिंदू परिषद से अलग हुए एक गुट अंतर्राष्ट्रीय हिंदू परिषद (एएचपी) ने तोड़फोड़ की ज़िम्मेदारी ली और आरोप लगाया कि मुसलमान लोग 'आर्थिक जिहाद' के काम में लगे थे। एएचपी के मथुरा शहर अध्यक्ष श्रीकांत शर्मा ने दिप्रिंट से कहा कि एक हिंदू भाई का व्यवसाय परेशानी में था क्योंकि उसी नाम से एक और स्टॉल उसका धंधा छीन रहा था। ये एक क्लासिक 'आर्थिक जिहाद' है और अब हम इसे सहन नहीं करेंगे। शर्मा भी घटना वाले दिन वहां मौजूद लोगों में थे। उन्होंने कहा कि हिंदुत्व कार्यकर्त्ता राजेश मणि त्रिपाठी और कई अन्य हिंदूत्व समूह, घटना के दौरान उस जगह मौजूद थे।


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