Kotli. कोटली। मंडी जिला केतुंगल क्षेत्र के बग्गी तुंगल गांव के हवलदार सुरेश कुमार देश के लिए देश के लिए बलिदान हो गए हैं। उनकी पार्थिव देह गुरुवार को उनके पैतृक गांव बग्गी तुंगल पहुंची। जहां परिजनों, स्थानीय प्रशासन, सैन्य अधिकारियों एवं अन्य लोगों ने वीर जवान को सैनिक सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी। सुरेश कुमार को उनकी माता प्रोमिला देवी, पत्नी धनी देवी, बेटी शबनम और बेटे पीयुष ने शैल्यूट देकर विदाई दी। पूरा परिवार बिलख-बिलख कर रोता रहा। शहीद की पार्थिव देह पहुंचते ही पूरा क्षेत्र सुरेश कुमार अमर रहे नारों से गूंज उठा। सुरेश कुमार की अंतिम यात्रा में सैकड़ों लोगों ने वीर सपूत को श्रद्धासुमन अर्पित किए।
बता दें कि लेह लद्दाख एरिया के बर्फ ीले इलाके में एक्लेमेटाइजेशन के दौरान हृदय गति रुक जाने से अपनी लाइन ऑफ ड्यूटी पर देश सेवा करते हुए सुरेश कुमार वीरगति को प्राप्त हुए हैं। वह 18 डोगरा रेजिमेंट के तहत वहां देश के सेवा में कार्यरत थे। उधर, राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू व उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने 18 डोगरा रेजिमेंट के हवलदार सुरेश कुमार की शहादत पर शोक व्यक्त किया है। शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी संवेदनाए व्यक्त करते हुए राज्यपाल ने कहा कि हवलदार सुरेश कुमार के सर्वोच्च बलिदान को राष्ट्र सदैव याद रखेगा और वह सभी के लिए प्रेरणा स्रोत रहेंगे। वहीं मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि शोक की इस घड़ी में पूरा राज्य शोक संतप्त परिवार के सदस्यों के साथ खड़ा है। उन्होंने कहा कि सुरेश कुमार के अदम्य साहस और बलिदान को कृतज्ञ राष्ट्र हमेशा याद रखेगा।