State में हर दूसरे दिन कई साइबर ठगी का शिकार

Update: 2024-06-21 10:10 GMT
Shimla. शिमला। हिमाचल प्रदेश में छह माह में साइबर ठगों ने लोगों से 18 करोड़ से अधिक राशि ठगी है। प्रदेश में हर दूसरे दिन लोग साइबर ठगी का शिकार हो रहे हैं। प्रदेश में पिछले चार साल की तुलना में चार गुणा साइबर क्राइम के मामले बढ़े हैं। स्टेट सीआईटी के साइबर सेल के विश्लेषण में हिमाचल में बढ़ रहे साइबर क्राइम के आंकड़ों का खुलासा हुआ है। लोगों को साइबर ठगी से बचाने के लिए एक ओर जहां साइबर पुलिस समय-समय पर एडवाइजरी जारी करके जागरूक कर रही है। इस साल में अब तक साइबर क्राइम की 6658 शिकायतें दर्ज की गई हैं, जबकि साइबर ठगी के 72 मामले दर्ज किए गए हैं। शातिरों ने प्रदेश की जनता से अब तक 18 करोड़ 52 लाख 63 हजार 877 रुपए की राशि ठगी है। गौर हो कि वर्ष 2019, 2020, 2021 में साइबर क्राइम की शिकायतों को रोजाना का आंकड़ा 11 था, वहीं 2023 में बढक़र रोजना 23 शिकायतों तक पहुंचा और अब 2024 में बढक़र रोजाना 260
शिकायतों तक पहुंच गया है।

इसके अलावा अगर साइबर क्राइम की आईटी एक्ट की बात करें, तो एक सप्ताह में 375 शिकायतें साइबर पुलिस के पास आ रही हैं। साइबर क्रिमिनल लोगों को ठगने के लिए नित नए तरीके अपना रहे हैं। पुलिस ने एडवाइजरी जारी कर लोगों से सावधान रहने की अपील की है। साइबर ठग लोगों के बैंक अकाउंट सहित अन्य व्यक्तिगत जानकारियां हासिल कर धोखाधड़ी कर रहे हैं। शातिर कभी बिजली बिल, तो कभी क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने का झांसा देकर लोगों को जाल में फंसा रहे हैं। डीआईजी साइबर क्राइम मोहित चावला का कहना है कि जो लोग इन ठगों की बातों में आकर अपनी बैंक डिटेल या कोई अन्य महत्त्वपूर्ण जानकारी इनको शेयर कर देता है, तो साइबर ठग उसकी सहायता से उस व्यक्ति के बैंक अकाउंट में से पैसा निकाल लेते हैं। जो व्यक्ति इन ठगों के कहने पर कोई ऐप अपने फोन में डाउनलोड कर लेता है, तो फिर ये ठग फोन हैक करके बैंक अकाउंट से पैस उड़ा लेते हैं। श्री चावला ने कहा कि साइबर ठगों की बातों में आकर अपनी बैंक डिटेल या कोई अन्य जानकारी को शेयर न करें।
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