महाशिवरात्रि: महाकाल मंदिर में सिर्फ 25 हजार लोग कर पाएंगे दर्शन...ये है वजह

महाशिवरात्रि पर्व को लेकर उज्जैन के महाकाल मंदिर

Update: 2021-03-10 17:58 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क: महाशिवरात्रि पर्व को लेकर उज्जैन के महाकाल मंदिर में इस बार कुछ नए नियम बनाए गए हैं. कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए महाकाल मंदिर समिति ने फैसला लिया है कि महाशिवरात्रि पर 11 और 12 मार्च को सिर्फ 25-25 हजार लोगों को दर्शन कराया जाएगा. दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को प्री-बुकिंग के आधार पर दर्शन करने का अवसर मिलेगा. जो भी श्रद्धालु प्री-बुकिंग नहीं कराएंगे, वे दर्शन नहीं कर पाएंगे.

भगवान शि‍व के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में शिवरात्रि पर इस बार उन्हीं को दर्शन मिलेगा, जो ऑनलाइन प्री-बुकिंग कराएंगे. इसके बिना दर्शन नहीं किया जा सकेगा. कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए मंदिर समिति और प्रशासन ने मिलकर ये फैसला लिया है.
महाशिवरात्रि पर प्रशासन की ओर से सिर्फ 25000 लोगों को दर्शन कराने की व्यवस्था की गई है. इसके अलावा 250 रुपये लेकर शीघ्र दर्शन व्यवस्था भी मंदिर समिति द्वारा संचालित की जा रही है. प्रशासन और समिति द्वारा श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि जिन्होंने प्री-बुकिंग नहीं कराई है, वे दर्शन के लिए ना आएं, वरना उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.
'श्रद्धालुओं के लिए कठोर निर्णय'
महाकाल में दर्शन करने पहुंचे श्रद्धालुओं से जब पूछा गया कि तय की गई व्यवस्था कैसी है तो उन्होंने कहा कि कोरोना के हिसाब से तो यह निर्णय सही है, लेकिन आम श्रद्धालुओं के हिसाब से यह निर्णय थोड़ा कठोर है, क्योंकि बाहर से बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं. अगर उनकी प्री-बुकिंग नहीं होगी तो वे दर्शन से वंचित रह जाएंगे. हालांकि, कुछ लोगों का कहना है कि कोरोना से सुरक्षा के लिए यह निर्णय सराहनीय है.
गोरखपुर से आए ओम प्रकाश ने कहा, "हम महाकाल का दर्शन करने के लिए गोरखपुर से आए हैं. हम सबको दर्शन मिलना चाहिए. हम सरकार से निवेदन करते हैं कि जितने भी भक्तगण हैं, सभी को दर्शन करने दें." रतलाम के जितेन सिलावट ने कहा, "महाकाल दर्शन के लिए आए हैं जैसा कि कल महाशिवरात्रि पर्व है और कल के लिए हमने दर्शन बुकिंग देखी तो स्लॉट फुल हैं. मंदिर प्रशासन ने 25000 दर्शनार्थियों को प्रवेश देने का निर्णय लिया है. इसलिए हमको बुधवार को एक दिन पहले ही दर्शन करना पड़ रहा है."
मुंबई से आई निशा ने बताया, "मैं मुंबई से हूं और मुझे बहुत खुशी है कि आज मुझे दर्शन मिल गया. लेकिन शि‍वरात्रि के दिन शायद कम लोगों को दर्शन मिलने वाला है. हालांकि, सभी को सहयोग और नियमों का पालन करना चाहिए."
जिनकी ऑनलाइन बुकिंग हो, वे ही आएं
महाकाल मंदिर के मुख्य पुजारी महेश ने बताया, "महाकालेश्वर मंदिर में भक्तों की सुरक्षा और स्वास्थ्य की सुरक्षा को देखते हुए ये व्यवस्था बनाई गई है. इस बार महामारी के कारण 25 से 30 हजार भक्तों के दर्शन की ही व्यवस्था है. लेकिन अगर कोई यहां आता है तो महाकाल उसे निराश नहीं करेंगे. उसे भी दर्शन प्राप्त होंगे."
उज्जैन के डीएम नरेंद्र सूर्यवंशी ने कहा, "कोरोना को देखते हुए हमने व्यवस्था की है कि सभी दर्शनार्थी ऑनलाइन बुकिंग के जरिये दर्शन करेंगे. हमारा अनुरोध है कि ऑनलाइन बुकिंग जिनकी हो, वही दर्शन के लिए आएं ताकि उन्हें परेशानियों का सामना ना करना पड़े. हमने 25000 की संख्या सीमित की है. इसमें कुछ 250 रुपये की शीघ्र दर्शन व्यवस्था भी है. ऑनलाइन के माध्यम से इसका भी लाभ उठा सकते हैं."
उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव का कहना है, "यहां लगभग 25000 यात्रियों के लिए व्यवस्था की गई है. हालांकि, लाखों लोग दर्शन करने आते हैं लेकिन कोरोना के चलते हमने कुछ प्रतिबंध लगाए हैं. मंदिर में निर्माण कार्य भी किया जा रहा है. ये पूरा हो जाएगा तो एक बार में एक लाख श्रद्धालु आसानी से दर्शन कर सकेंगे."


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