दिमाग से निकाली गई 300 ग्राम वजनी गांठ, 6 महीने से था सिरदर्द

Update: 2023-09-30 18:51 GMT
कोटा। कोटा मेडिकल कोलेज के न्यूरोसर्जरी विभाग में डॉक्टरों ने सर्जरी कर एक महिला के दिमाग से 300 ग्राम की गांठ निकाली है। महिला के 6 महीने से सिर दर्द की शिकायत थी। उसे 15 दिन से दिखना भी बंद हो गया था। बेहोशी की हालत में परिजन उसे हॉस्पिटल लेकर आए थे। डॉक्टर एसएन गौतम के साथ विभाग के डॉक्टर कल्प शांडिल्य, डॉक्टर बनेश जैन, निश्चेतना विभाग के वरिष्ठ आचार्य डॉक्टर अर्चना त्रिपाठी व सहायक आचार्य डॉक्टर शिल्पी जैन ने 3 घंटे में महिला के दिमाग का सफल ऑपरेशन किया। ऑपरेशन के बाद महिला स्वस्थ है। उसे दायीं आंख से दिखाई देने लगा है। न्यूरोसर्जरी विभाग के आचार्य एवं विभागाध्यक्ष डॉ.एस एन ग़ौतम ने बताया कि 49 वर्षीय सावित्री बाई बारां जिले के मंडोला की रहने वाली है। बचपन में ही चोट लगने से बाई आंख की रोशनी चली गई थी। उसे 6 महीने से सिर दर्द की शिकायत थी। इसे दायीं आंख से भी कम दिखाई देने लगा। 15 दिन से तो उसे दिखाई देना ही बंद हो गया था। वो बेहोशी की हालत में थी। परिजन उसे 15 दिन पहले बारां से कोटा मेडिकल कॉलेज लेकर आए। महिला की एमआरआई जांच करवाई गई तो दिमाग मे गांठ का पता लगा। जो आंख की रोशनी के लिए जिम्मेदार ऑप्टिक नर्व पर दबाव बनाए हुए थी। परिजनों की सहमति पर 15 सितंबर को महिला मरीज का ऑपरेशन किया गया। जिसमें चार यूनिट ब्लड लगा। ऑपरेशन में 1300 ग्राम के दिमाग में 300 ग्राम वजनी गांठ निकली। जो एपल की साइज के बराबर थी। गांठ लगभग 7* 7* 6 सेमी की थी। डॉक्टर गौतम ने बताया ऑपरेशन के बाद महिला मरीज बिल्कुल ठीक है। उसे खाने पीने,चलने फिरने में अब परेशानी नहीं है। मरीज को दायीं आंख से भी दिखाई देने लगा है। गांठ को निकाल कर बायोप्सी जांच के लिए भेजा है। हॉस्पिटल में मरीज का निशुल्क ऑपरेशन हुआ।
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