Ludhiana: बीमा पॉलिसी की रकम पाने के लिए दंपति ने किया कांड, अपनी 9 साल की बेटी की हत्या
बच्ची की हत्या के बाद दंपति उसे लेकर अस्पताल गए और डॉक्टरों से कहा कि उन्होंने बच्ची को बेहोश पड़ा पाया था. डॉक्टरों (Doctor) ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। लुधियाना (Ludhiana) में एक सगी मां और सौतेले पिता ने मिलकर अपनी 9 साल की बच्ची की गला घोंटकर इसलिए हत्या कर दी, क्योंकि उसकी मौत के बाद उन्हें बीमा कंपनी से पैसे मिलते. पुलिस के अनुसार, बच्ची की 27 वर्षीय मां पिंकी और उसके नए पति 31 वर्षीय नरिंदरपाल ने 19 जून की रात हमब्रान में एक पशु-चारा कारखाने (Cattle-Feed Factory) के अंदर कथित तौर पर अपनी बेटी भारती की हत्या कर दी. पुलिस ने बताया कि दंपति ने 2018 में भारती के नाम पर 2.5 लाख रुपये की जीवन बीमा पॉलिसी खरीदी थी, जिसे निकालने के लिए ही उन्होंने ये कांड किया.
असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर हरपाल सिंह ने बताया कि नरिंदरपाल अपनी पत्नी, बेटे और सौतेली बेटी भारती के साथ पशु-चारा कारखाने के क्वार्टर में रहता था और वह वहीं था. दंपति ने 2019 में 3 लाख रुपये में एक प्लॉट खरीदा था और इसके लिए वे किस्तों में भुगतान कर रहे थे. वे बैंक को 1.49 लाख रुपये का भुगतान पहले ही कर चुके थे, लेकिन बाकी पैसों का भुगतान करने के लिए कठिनाई आ रही थी.
दंपति ने डॉक्टरों के सामने किया नाटक
प्लॉट के लिए बाकी किश्तें देना उनके लिए मुश्किल हो रहा था, इसके लिए उन दोनों ने मिलकर अपनी बेटी भारती को मारने और उससे मिली बीमा राशि का इस्तेमाल अपने बकाये का निपटान करने की योजना बनाई. अपनी योजना के तहत, 19 जून की रात जब बच्ची सो रही थी, तब दंपति ने कथित तौर पर बच्ची का दुपट्टे से गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी. वहीं, किसी को भी उन पर शक न हो, इसके लिए दंपति बच्ची को अस्पताल ले गए और डॉक्टरों से कहा कि उन्होंने भारती को बेहोश पड़ा पाया था. डॉक्टरों ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया.
पुलिस की कड़ी पूछताछ में कबूल किया अपराध
पड़ोसियों ने पुलिस को बताया कि भारती नरिंदरपाल की सौतेली बेटी थी, इसलिए वह उसे पसंद नहीं करता था और बात-बात पर उसे पीटता भी रहता था. पिंकी और नरिंदरपाल ने शुरू में दावा किया कि नाबालिग की मौत प्राकृतिक कारणों से हुई, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला घोंटने की पुष्टि हुई, जिससे उनके सारे मंसूबों पर पानी फिर गया. पुलिस की तरफ से कड़ी पूछताछ करने पर दोनों आरोपियों ने कबूल किया कि उन्होंने अपनी आर्थिक तंगी को दूर करने के लिए अपनी ही बेटी की हत्या की साजिश रची थी.