30 जनवरी को लोकसभा अध्‍यक्ष ओम बिरला ने बुलाई सर्वदलीय बैठक

कोरोना (Corona) के बढ़ते मामलों के बीच 31 जनवरी से शुरू हो रहे।

Update: 2022-01-27 19:06 GMT

कोरोना (Corona) के बढ़ते मामलों के बीच 31 जनवरी से शुरू हो रहे. बजट सत्र (Budget Session) को लेकर लोकसभा अध्‍यक्ष ओम बिरला (Om Birla) ने 30 जनवरी को सर्वदलीय बैठक बुलाई है. पिछले दो बार से जिस तरह से संसद सत्र में हंगामा हुआ है उसे देखते हुए लोकसभा अध्‍यक्ष सभी पार्टियों के साथ बैठक में बात कर सकते हैं. संसद का बजट सत्र 31 जनवरी से शुरू होने जा रहा है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) अगले महीने की पहली तारीख यानी 1 फरवरी को केंद्रीय बजट (Union Budget) संसद में पेश करेंगी. जानकारी के मुताबिक, यह बजट सेशन 11 फरवरी तक चलेगा. जबकि सत्र का दूसरा चरण 14 मार्च से 8 अप्रैल तक चलेगा.

संसद का बजट सत्र 31 जनवरी को दोनों सदनों में राष्ट्रपति के अभिभाषण के साथ शुरू होगा और 8 अप्रैल को खत्म होगा. देश में कोरोना संक्रमण के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच यह बजट सत्र शुरू हो रहा है. इस सत्र की शुरुआत ऐसे समय पर हो रही है, जब लोकसभा और राज्यसभा सचिवालयों के अलग-अलग सेवाओं से जुड़े करीब 400 कर्मचारी पिछले कुछ दिनों में कोविड पजिटिव पाए गए हैं. सूत्रों ने जानकारी देते हुए बताया था कि राज्यसभा सचिवालय के 65 कर्मचारी, लोकसभा सचिवालय के 200 और संबद्ध सेवाओं के 133 कर्मचारी चार जनवरी से आठ जनवरी के बीच नियमित कोविड जांच के दौरान संक्रमित पाए गए.
आगामी बजट सत्र सुरक्षित तरीके से चलाने के दिए निर्देश
संसद के बजट सत्र से पहले लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू ने दोनों सदन के महासचिवों से कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों की समीक्षा करने का निर्देश दिया. साथ ही उन्हें आगामी बजट सत्र को सुरक्षित तरीके से चलाने के लिए प्रभावी कदम उठाने के लिए सुझाव देने का निर्देश दिया गया है. एक दिन पहले ही रिपोर्ट सामने आई थी कि संसद के दोनों सदनों से जुड़े करीब 400 कर्मचारी कोविड-19 से संक्रमित हो चुके हैं.

सभी कर्मचारियों की कोरोना वायरस जांच हो- नायडू
नायडू ने यह भी निर्देश दिया है कि सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की कोरोना वायरस की जांच की जाए और संक्रमितों के ठीक होने के बाद भी कड़ी निगरानी रखी जाए और जरूरत पड़ने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराने और इलाज में मदद की जाए. वहीं लोकसभा सचिवालय ने हाल के एक सर्कुलर में कहा कि अवर सचिव स्तर से नीचे के 50 प्रतिशत अधिकारी अपने संबंधित निदेशकों द्वारा तय किए गए रोटेशन के अनुसार कार्यालय में उपस्थित होंगे. किसी विशेष दिन पर कार्यालय आने वाले सभी कर्मचारियों के आने के समय को सुबह 10 बजे से 10:30 बजे के बीच अलग-अलग कर दिया गया है और इसी के अनुरूप वे कार्यालय से अलग-अलग समय पर बाहर जाएंगे, ताकि लिफ्ट और गलियारों में भीड़भाड़ कम हो.


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