Lockdown: नाइट कर्फ्यू रहेगा जारी, कर्नाटक में जानिए क्या-क्या खुलेगा
कर्नाटक में कोरोना के नए मामलों में गिरावट दर्ज किए।
कर्नाटक में कोरोना के नए मामलों में गिरावट दर्ज किए जाने के बाद राज्य सरकार ने 19 जुलाई से सिनेमा हॉल (Cinema hall), मल्टीप्लेक्स, थिएटर और इसी तरह के स्थानों को अपनी 50 प्रतिशत बैठने की क्षमता और कोरोना नियमों के सख्ती से पालन के साथ खोलने की अनुमति दे दी है. हालांकि अभी भी रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक रात का कर्फ्यू (Night curfew) जारी रहेगा. रिपोर्ट के मुताबिक पिछले कुछ हफ्तों में राज्य में कोविड के नए मामलों में गिरावट देखते हुए मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा (Chief Minister BS Yediyurappa) ने अपनी अध्यक्षता में वरिष्ठ मंत्रियों और अधिकारियों के बैठक की और राज्य में प्रतिबंधों को ढ़ील देने पर निर्णय लिया.
इसके अलावा कॉलेजों और विश्वविद्यालयों जैसे उच्च शिक्षण संस्थानों को भी 26 जुलाई से शुरू करने की अनुमति दी गई है. एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि सिनेमाघरों को कोविड -19 प्रोटोकॉल (Covid-19 protocol) का पालन करने के बाद 50 प्रतिशत बैठने की क्षमता के साथ काम करने की अनुमति दी जाएगी. वहीं कॉलेजों और विश्वविद्यालयों (Colleges and Universities) को फिर से खोलने पर, सरकार ने कहा कि कॉलेज और विश्वविद्यालय में केवल वही लोग आ सकेंगे जिन्होंने टीके की कम से कम एक खुराक ली है.
27 अप्रैल को लगाया गया था प्रतिबंध
मालूम हो कि राज्य में कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए 27 अप्रैल से प्रतिबंध लगाए गए थे और इसे 10 मई से सख्त कर दिया गया था क्योंकि राज्य में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे थे. 5 मई को राज्य में कोरोना के 50,000 से ज्यादा मामले सामने आए थे. हालांकि की धीरे धीरे राज्य में मरीजों के संख्या में कमी देखते हुए 14 जून से पहली अनलॉक के दौरान प्रतिबंध में ढील दी गई.
देश में बीते 24 घंटे में 41,157 नए मामले
वहीं दूसरी तरफ देश में बीते 24 घंटे में 41,157 नए कोरोना मरीज मिले हैं और 518 लोगों की कोरोना संक्रमण से मौत हो गई है. इससे एक दिन पहले यानी शनिवार को देश में 38,112 नए केस मिले थे और 560 लोगों की संक्रमण के चलते मौत हो गई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को कहा कि देश के सभी राज्यों में अब तक 41.99 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन उपलब्ध कराए जा चुके हैं और उनके और प्राइवेट अस्पतालों के पास अभी 2.56 करोड़ से अधिक टीके उपलब्ध हैं.