शराब का केस: भतीजे को फंसाना चाहता था चाचा खुद फंसा, एक कॉल से सरकारी अधिकारी अब जाएगा जेल

सख्त कानून बना हुआ है.

Update: 2022-01-21 06:02 GMT

हाजीपुर: बिहार में शराबबंदी को लेकर सख्त कानून बना हुआ है. बावजूद इसके लोग जमकर शराब पी रहे हैं. तस्करी कर यहां शराब लाई जा रही है इसके लिए कई तरह के हथकंडे अपनाए जाते हैं. एक ऐसा ही हैरान कर देने वाला मामला हाजीपुर से आया है. जहां पर बिहार सरकार में एक बड़े अधिकारी ने अपने दवा कारोबारी भतीजे को फंसाने के लिए फर्जी कहानी बनाई. लेकिन जांच के दौरान अधिकारी की सारी पोल खुल गई और वो खुद शराबबंदी कानून की फांस में फंस गए.

गिरेंद्र मोहन बिहार के कृषि विभाग के बड़े अधिकारी रह चुके है. गिरेंद्र मोहन की अपने भतीजे से पुरानी पारिवारिक रंजिश चल रही है. भतीजे को ठिकाने लगाने के लिए चाचा कई बार अपने प्रभाव का इस्तेमाल किया. लेकिन कोई खास फायदा नहीं हुआ यहां तक कि थाने में झूठी FIR लिखवाई पर पुलिस ने उसे सिरे खारिज कर दिया. अब चाचा ने अपने भतीजे को फंसाने के लिए नई साजिश रची. चाचा ने शराबबंदी के मामले में भतीजे को ठिकाने लगाने का प्रयास किया अपने घर में ही शराब रखकर भतीजे को ही शराब कारोबारी बात कर अधिकारियों को खबर दे दी.
चाचा ने छुपचाप भतीजे के घर रख दी शराब
पीड़ित भतीजे अमित का कहना है कि चाचा के साथ कुछ फैमली इशू चल रहा है. उन्होंने 6 माह पूर्व हम पर केश किया था वो भी झूठा निकला. अब शराब मामले में हमें फंसाने की कोशिश कर रहे हैं. दूध वाले से शराब मंगवाई और रात में अलमारी में रख दिया. फिर पुलिस को फोन कर हमें फंसा दिया. शराब की खबर पर उत्पाद विभाग की टीम ने सूचना पर रात में छापा मारा तो घर से शराब की बोतलों के साथ देशी शराब भी बरामद हुई. लेकिन शराब से जुड़े मामलों पर पैनी नजर रखने वाले अधिकारी ने जब छापेमारी के दौरान मामले को गहराई से देखा तो एक चौंकाने वाला सुराग मिला.
एक फोन कॉल ने चाचा की सारी पोल खोल दी
छापेमारी के दौरान शराब की सूचना देने वाले शख्स को अधिकारियों ने फोन और पास में खड़े चाचा की पोल खुल गई. अधिारियों ने चाचा की जांच की कई रिकॉरिंड ऐसे मिले जिसने अधिकारी चाचा की पूरी पोल खोलकर रख दी. अब पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है. चाचा अब खुद ही शराबबंदी कानून में फंस गया. 
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